बिहारः अवैध बालू खनन में ASI समेत पांच पुलिसकर्मी निलंबित, ट्रक चालकों से पैसा लेकर देते थे पास
बिहार में अवैध बालू खनन के मामले में फिर कार्रवाई की गई है। ट्रकों को पैसा लेकर पास देने में संलिप्तता पर डोरीगंज थाने में पदस्थापित एक एएसआइ समेत पांच पुलिसकर्मियों पर पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने निलंबन की कार्रवाई की
छपरा : अवैध रूप से बालू लदे ट्रकों को पैसा लेकर पास देने में संलिप्तता पर डोरीगंज थाने में पदस्थापित एक एएसआइ समेत पांच पुलिसकर्मियों पर पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने निलंबन की कार्रवाई की है। बालू लदे ट्रकों के चालकों से वसूली की सूचना पर छपरा सदर के एसडीपीओ मुनेश्वर प्रसाद सिंह से जांच कराई गई थी। जांच रिपोर्ट के आधार पर पुलिस अधीक्षक ने डोरीगंज थाना के एएसआइ शंभू सिंह और उनके साथ गश्त में लगे हवलदार राजेंद्र दास, सिपाही प्रमोद कुमार, छोटेलाल मंडल तथा लखन चौहान को निलंबित किया गया है। बता दें कि पहले भी बिहार में अवैध बालू खनन के मामले में बड़ी कार्रवाई होती रही है। दो महीने के अंदर बड़ी संख्या में अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है। अभी और भी इसके दायरे में आ सकते हैं।
लाल बालू से हर दिन दो करोड़ की अवैध कमाई
संसू, सिताबदियारा : सारण में जयप्रभा सेतु पार होते ही लाल बालू का काला खेल दिखता है। सिताबदियारा के बीएसटी बांध पर नौ किमी के दायरे में लाल बालू डंप है। चांददियर से सिताबदियारा तक हर दिन दो करोड़ का काला कारोबार हो रहा है। इस तरह नाविक और बालू तस्कर मिलकर बिहार सरकार को प्रति माह 60 करोड़ का चूना लगा रहे हैं। रात में किसी रोगी को छपरा या बलिया ले जाना पड़े तो रास्ता नहीं मिलेगा। वजह बीएसटी बांध पर नौ किमी में ट्रक चोरी की लाल बालू को लोड करते हैं। यूपी और बिहार पुलिस अपनी-अपनी सीमा में इन ट्रकों को पास करने के एवज में चढ़ावा लेती है। यह काला कारोबार 4 साल से सिताबदियारा से लेकर चांददियर तक चल रहा है। दोनों इलाके में प्रतिदिन 300 बालू लदी नावें कोईलवर और डोरीगंज से आती हैं। नाविक चोरी से बालू खनन कर यूपी-बिहार के नदी घाटों पर पहुंचते हैं और उसे तस्करों के हाथ बिक्री करते हैं !!