जेल से बंदियो को अस्पताल भेजने का तय है कीमत, देखिए वीडियो…
कोरबा(CGNEWS365.COM)/ 05 फरवरी 2022- कोरबा जिले के कटघोरा उप जेल में मुलाकात के लिए पैसे मांगने का वीडियो वायरल होने के बाद उच्चधिकारियों द्वारा प्रहरी को सस्पेंड कर दिया गया है। और आगे की जाँच चल रही है.
अब यहाँ भ्र्ष्टाचार का दूसरा मामला भी सामने आया है जेल में निरुद्ध बंदियों को बिना किसी स्वास्थ्य समस्या के अस्पताल दाखिल कराकर 5 से 10 दिन आराम की जिंदगी गुजारने का मौका दे सकते हैं. इसके लिए आपको तय कीमत अदा करनी होगी ये बात हम नही बल्कि यहाँ का सस्पेंड हो चुका प्रहरी कहता है. जानकारी मिली थी कि 25 जनवरी 2022 को कटघोरा उप जेल में निरुद्ध बंदी गौरव सिंह ठाकुर को अस्पताल दाखिल कराने के एवज में 30 हज़ार रुपये लिए गए थे. जिसको 3 फरवरी को डिस्चार्ज किया गया है.
जब हमने एक अन्य बंदी के बारे में प्रहरी से पूछा कि इस बंदी को भी अस्पताल भेज देंगे तो उनका जवाब सुनकर हम भी हैरान रह गए. प्रहरी कहता है हाँ भेज देंगे कौन सा अस्पताल भेजना है कटघोरा में कम खर्चा लगेगा और 100 बेड जिला अस्पताल में ज्यादा लगेगा. तो हमने पूछा कटघोरा व कोरबा का कितना रेट है तो उसने कहा यहां 20 वहां 30. प्रहरी का कहना था कटघोरा में 20 हज़ार और जिला अस्पताल का 30 हज़ार रुपये लगेगा.
ज़रा सोंचिये कटघोरा जेल में किस कदर भ्र्ष्टाचार हावी है.
जाहिर सी बात है मुलाकात के लिये हो या अस्पताल दाखिला के लिए जो रुपये लेने की बात की जा रही है वह बिना किसी बड़े अधिकारी की मिलीभगत के बिना अकेले प्रहरी के बस की बात नही हो सकती. इसमे जेलर की भूमिका संदिग्ध है जिसकी बारीकी से जाँच की जाए तो सारी सच्चाई सामने आ जायेगी.
जिस बंदी को 25 जनवरी को अस्पताल दाखिल कराया गया था उसके इलाज कर रहे चिकित्सक से हमने पूछा कि उसे किस तरह की परेशानी थी तो डॉक्टर किशोर कुमार व गोपाल कंवर मेडिकल सुपरिटेंडेंट मेडिकल कॉलेज कोरबा ने बताया कि अपेंडिक्स व पाईल्स का ऑपरेशन पूर्व में हुआ था उसके अनुसार जो भी तख़लीक़ बताई जा रही थी उसका टेस्ट कराया गया तो सभी रिपोर्ट सामान्य थे.
सुनिए क्या कहते हैं चिकित्सक-
जब इस संबंध में जेलर श्याम लाल जांगड़े से दूरभाष पर बात की गई तो उनका कहना था कि
डॉक्टर के सलाह बिना किसी बंदी को अस्पताल नही भेज सकते. थोड़ा बहुत हो सकता है इस बात से टोटल इंकार नहीं कर रहा हूँ. मैं जाकर उसको डाँटता हूँ।
बहरहाल मुलाकात के लिए पैसे मांगने के मामले में प्रहरी संदीप महेश्वरी को सस्पेंड तो कर दिया गया है. वहीं इस पूरे मामले में जेलर के संदिग्ध भूमिका की निष्पक्ष जाँच हो पाएगी. जिससे कि पर्दे के पीछे का किरदार सामने आ सके.
संतोष दीवान- 8319498938