करैत साप पहले बिस्तर में चढ़ा काटने के लिए, फिर महंगे सोफे में जाकर बैठ गया।
करैत साप पहले बिस्तर में चढ़ा काटने के लिए, फिर महंगे सोफे में जाकर बैठ गया।
छत्तीसगढ़ के कोरबा जिला में साप निकलने का सिलसिला जारी हैं वहीं सांपो के साथ लोगों को बचाने का काम भी निरंतर जारी है, जिस साप को देखते ही लोग भाग खड़े होते हैं उसको रेस्क्यू टीम बड़ी आसानी से पकड़ लेते हैं, कोरबा जिले के एस एस ग्रीन कॉलोनी डीडी रोड में सुबह के 5 बजे राम नाथ अग्रवाल जी के घर अफरा तफरी मच गई ,भारत का सब से जहरीला सांप करैत उनके बिस्तर में चढ़ गया था उस वक्त वो सो रहें थे उनको कुछ हलचल महसूस हुआ ,वो फौरौन बिस्तर से उठ खड़े हुए देखा तो एक काला साप तकिए के पास बैठे दिखा , वो डरे सहमे सो रहें दूसरे कमरे में अपने बच्चों को जगाने गए, वापस आकार देखा तो साप गायब हो गया था, जिसके तुरंत बाद स्नेक रेस्क्यू टीम प्रमुख वन विभाग सदस्य जितेंद्र सारथी को इसकी जानकारी दी गई जिस पर घर वालों को साप को देखते रहने की बात कहीं, थोड़ा देर बाद जितेंद्र सारथी एस एस ग्रीन राम नाथ अग्रवाल जी के घर पहुंचे, साप के विषय में पूछने पर यहीं बताया गया की वो बहुत काला था जो बिस्तर में चढ़ के बैठा था जैसी ही आंख खुली और उसको देखता ही बिस्तर के निचे भाग गया, करैत होने के की बात कहते हुए जितेंद्र सारथी ने पूरे कमरे को अच्छे से सभी तरफ़ देखा पर साप कहीं भी दिखाई नहीं दिया , जिस पर ये अंदाजा लगाया गया की साप या तो सोफे में घुस गया हैं या फिर बेड के अन्दर प्रवेश कर गया होगा, फिर एक एक कर बेड से सभी सामानों को बाहर निकाला गया पर साप नहीं दिखाई दिया, फिर सोफे को फाड़ना चालू किया गया जिस पर थोड़ा सा पूछ जैसा दिखाई दिया, फिर क्या था मेहगे सोफे को पूरी तरह फाड़ा गया फिर एक किनारे में करैत साप जो भारत का बहुत जहरीला सांप दिखाई दिया, बड़ी सावधानी से फिर साप को बाहर निकाला गया और डिब्बे में रखा गया तब जाकर सभी ने राहत की सांस ली साथ ही पूरे घर वालो की जान बचाने के लिए सभी ने धन्यवाद ज्ञापित किया,निश्चित ही उस व्यक्ति को दूसरी ज़िंदगी मिली थोडी देर उठने में देरी किया होता तो हालात कुछ और होते खैर जो भी हो कहते हैं न *जाको राखे साइयां मार सके न कोय* यह कथन आज सत्य साबित हुआ।
*जितेंद्र सारथी ने बताया* करैत साप (Common Krait) भारत का बहुत ही ज़हरीला साप हैं, जिसको साइलेंट किलर के नाम से भी जानते हैं अक्सर ये बिस्तर पर ही चढ़ के काटता हैं, इसके काटने से बहुत ही कम लोग बच पाते हैं।