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एचटीपीपी के कार्यपालन यंत्री के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज, काम मे वापस लेने की मांग को लेकर संयंत्र के मुख्य द्वार पर श्रमिक कर रहे नारेबाजी

कोरबा(CGNEWS365.COM)/ 02 दिसंबर 2021- कोरबा जिले के दर्री क्षेत्र स्थित 500 मेगावाट पॉवर प्लांट के सीएचपी 1 में कार्यरत दर्जनों ठेका श्रमिकों को बुधवार सुबह काम से निकाल दिया गया, इस बात की जानकारी होने पर छत्तीसगढ़ विधुत कर्मचारी संघ फेडरेशन के पदाधिकारियों ने मौके पर पहुँचकर प्रबंधन से चर्चा की, इसके बाद देर शाम को सभी श्रमिकों ने दर्री थाना में कार्यपालन यंत्री एसके रहमतकर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराया है। जिसके बाद आज सुबह से संयंत्र के मुख्य द्वार पर प्रबंधन की मनमानी रवैये के खिलाफ नारेबाजी कर काम मे वापस रखने की मांग कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि अपनी मांग को लेकर 12 बजे मुख्य अभियंता कार्यालय समक्ष मजदूर अपने परिवार के साथ धरना प्रदर्शन करेंगे।

मामला सीएसईबी के पश्चिम क्षेत्र स्थित 500 मेगावाट संयंत्र में सीएचपी 1 इंटरनल कन्वेयर ऑपरेटर के पद पर वर्षों से कार्यरत ठेका मजदूरों का है, काम से निकाले गए मजदूरों का कहना है कि 29 नवंबर को रिनिवल के नाम पर सभी का गेटपास ले लिया गया जिसके बाद एक दिसंबर की सुबह संयंत्र के कार्यपालन यंत्री एसके रहमतकर के द्वारा सुरक्षा गार्ड बुलाकर मजदूरों को खदेड़ दिया गया।

मजदूरों ने बताया कि पूर्व में ईपीएफ, बोनस व मजदूरी भुगतान को लेकर श्रम विभाग में शिकायत की गई थी, इस बीच अधिकारी समझौता करने को लेकर दबाव बनाते रहे। बीते दिनों ठेकेदार अधिकारी व मजदूरों के बीच हुए समझौता में कहा गया कि आपको किसी तरह का प्रमाण पत्र के लिए बाध्य नही किया जाएगा। अधिकारियों की चिकनी चुपड़ी बातों में आकर मजदूरों ने समझौता कर लिया, मजदूरों का कहना है कि इस पुराने मामले में समझौता नहीं करते तो प्रबंधन व ठेकेदार को प्रत्येक मजदूर को चालीस हजार रुपये के हिसाब से 36 मजदूरों को 14 लाख 40 हजार रुपये का भुगतान करना पड़ता, जो कि समझौता के बाद 13 हजार रुपये के हिसाब से 36 मजदूरों को 4 लाख 68 हजार रुपये का भुगतान कर मामले को रद्दी की टोकरी में डाला जा रहा। पुरानी शिकायत की रंजिश को लेकर नाराज़ अधिकारियों ने 2 वर्ष का आईटीआई व अनुभव प्रमाण के बिना काम मे नही रखे जाने की बात कहते हुए बाहर का रास्ता दिखा दिया है।

बोनस की पूरी राशि भी नही दिया ठेकेदारों ने-

काम से निकाले गए मजदूरों ने बताया कि दीपावली में 7 हज़ार रुपये बोनस की राशि दिए जाने के लिए छत्तीसगढ़ विधुत कर्मचारी संघ फेडरेशन के बैनर तले आंदोलन किया गया।आंदोलन उपरांत प्रबंधन ठेकेदारों व छत्तीसगढ़ विधुत कर्मचारी संघ फेडरेशन के पदाधिकारियों की बीच 7 हज़ार रुपये बोनस की राशि देने पर सहमति बनी, इसके बाद कुछ मजदूरों को 23 सौ, 2 हजार वहीं किसी को इससे भी कम की राशि देकर कहा गया कि बाकी बचत राशि को दीपावली के बाद दे दिया जाएगा, आज दीपावली को करीब एक माह का लंबा समय बीत चुका है लेकिन अधिकारियों व ठेकेदारों की वजह से अब तक बोनस की बाकी राशि का भुगतान नहीं किया गया है, और ये बचत राशि मजदूरों को मिलेगा या नही कुछ कह नही जा सकता। हालांकि फेडरेशन के पदाधिकारी बोनस की बचत राशि को मजदूरों को दिलाने की बात कह रहे हैं।