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मेरी पत्नी को मार दिया लापरवाह अस्पताल प्रबंधन ने, मुझे इंसाफ चाहिए: सुख सिंह कोरवा

कोरबा(CGNEWS365.COM)/ 12 फरवरी 2022- गीता देवी मेमोरियल हास्पिटल प्रबंधन की लापरवाही नेे मेरी
पत्नी की जान ले लिया. यह कहना है मृतक सोनी बाई के पति सुख सिंह कोरवा का. उन्होंने पुलिस से की गई शिकायत पत्र में जिम्मेदार डॉक्टरों पर कड़ी कार्यवाई की मांग की है।

पीड़ित सुख सिंह ने अपने शिकायत पत्र में बताया है कि हम कोरवा आदिवासी राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र हैं. मेरी पत्नी सोनी बाई कोरवा उम्र लगभग 50 वर्ष का हाथ फैक्चर होने पर मेरे बच्चों के द्वारा दिनांक 09/02/2022 को ईलाज कराने के लिये जिला अस्पताल कोरबा लेकर आये थे जहाँ जिला अस्पताल परिसर में शुभम नाम का व्यक्ति मिला जिसके द्वारा जिला अस्पताल में ईलाज ना कराने की बात कहकर गीता देवी मेमोरियल में ईलाज कराने की बात कही गई. इस दौरान गीता देवी मेमोरियल हास्पिटल के एच. आर स्वपनिल झॉ एवं उनके साथी जिला अस्पताल आ गये और मेरी पत्नी को अपने हास्पिटल में दिनांक 09/02/2022 को लगभग 2:00 बजे दाखिल करा दिये. मेरी पत्नी सोनी बाई का केवल हाथ फैक्चर था, और वह पूरी तरह से स्वस्थ थी एडमिट करने के बाद अस्पताल प्रबंधन व डॉक्टरों के द्वारा ऑपरेशन के नाम पर मेरी पत्नी को 03 दिन तक भूखा रखा गया एवं कई दवाईयों का प्रयोग किया गया, इस दौरान हड्डी के डॉक्टर भी अस्पताल में मौजूद नही थे जिससे ईलाज में देरी हुई एवं इनके द्वारा दी हुई दवाईयों के कारण और कई लापरवाहियो के कारण मेरी पत्नी सोनी बाई कोरवा का दिनांक 12/02/2022 की दरम्यानी रात लगभग 1:15 बजे मृत्यु हो जाने की खबर अस्पताल प्रबंधन के द्वारा परिजनों को दी गई। उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल में दलाल सक्रिय है एवं निजी अस्पताला से साठ-गाठ है इसलिए मुझे अंदेशा है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी सही नही आएगी इसलिए बाहर के डॉक्टरो से पोस्ट मार्टम कराने की कृपा करे।

मैं अपनी पत्नी की मृत्यु का इंसाफ चाहता हूं-

हास्पिटल प्रबंधन के द्वारा पुलिस में शिकायत नही करने के लिए हमे कई प्रकार का लालच दिया गया लेकिन मैं इंसाफ चाहता हूं अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही से मेरी पत्नी की असमय मृत्यु हो गई. इस मामले तत्काल एफ.आई.आर दर्ज करते हुये स्वपनिल झॉ, डॉ बृजलाल कवची, डॉ संध्या कश्यप, एवं पूरे हास्पिटल प्रबंधन पर कार्यवाही करें। अगर आपके द्वारा निष्पक्ष एफ.आई. आर दर्ज नही होती है और उस पर तत्काल कार्यवाही नही होता है तो अस्पताल के मेन रोड़ में परिवार सहित मृत शरीर को लेकर रोड़ में बैठने पर मुझे बाध्य होना पड़ेगा।

संतोष दीवान- 8319498938