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कोरबा में अवैध रेत खनन जारी, विभागीय अमला नही लगा पा रहा अंकुश

संतोष दीवान- 8319498938

प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री बघेल के शख़्त निर्देश के बाद भी कोरबा जिले के उपनगरीय क्षेत्रों के नदी नालों से अवैध रेत उत्खनन लगातार जारी है, रेत माफिया बेधड़क होकर दिनदहाड़े रेत की कालाबाजारी कर शासन को राजस्व की क्षति पहुंचाकर स्वंय मालामाल हो रहे हैं। ऐसे लोगों पर खनिज विभाग की टीम अंकुश नहीं लगा पा रहे हैं।


आपको बता दें दर्री क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत ढिंढ़ोल भांठा के आश्रित ग्राम छिरहुट के समीप से गुजरी अहिरन नदी में तेलसरा स्वीकृत रेत घाट है इसके बावजूद रेत माफिया अपने फायदे के लिए रॉयलटी न पटा कर शासन को राजस्व की क्षति पहुंचाते हुए स्वीकृत घाट को छोड़कर अन्य स्थान से चोरी छुपे रेत निकाल कर ले जाते हैं जिसे मनचाहे कीमत पर बेचते हैं रॉयल्टी नहीं पटाकर ये लोग रेत मुफ्त में निकाल लेते हैं और सस्ते दामों में ग्राहकों को उपलब्ध कराते हैं इस वजह से रॉयल्टी पटाकर रेट निकालने वाले लोगों को नुकसान झेलना पड़ रहा है। जानकारों का कहना है कि 1000 रुपये रॉयल्टी पटाकर रेत खनन करने वाले 15 से 17 सौ रूपये में बिक्री करते हैं वहीं अवैध रूप से रेत निकालने वाले 1000 से 12 सौ में ही ग्राहक को उपलब्ध कराते हैं इस वजह से रॉयल्टी पटाने वालों के रेत को लोग महंगा दाम बताकर खरीदने से कतराते हैं।

ट्रैक्टर चालक संतोष ने बताया कि बांकीमोंगरा निवासी भागवत विश्वकर्मा भाजपा का मंडल अध्यक्ष है उसके लिए रेत निकालने का काम करते हैं, उसने रॉयल्टी पटाने की बात तो कही लेकिन बिना पटाये ही निकल गया।

तेलसरा रेत घाट में रॉयलटी पर्ची काटने वाले सुकरण नायक ने बताया कि जहाँ भागवत विश्वकर्मा टैक्टर से रेत निकलवा रहा है वह स्वीकृत घाट नही है, रॉयल्टी पटाने के बात कहने पर कहा जाता है कि सरपंच को पैसा देते हैं और बिना किसी रॉयलटी पर्ची के बेधड़क रेत उत्खनन कर ले जाते हैं।

वहीं छिरहुट बस्ती के कुछ ही दूरी पर ढोढकधरि से ट्रैक्टर में रेत लोड कर रहे मजदूरों ने बताया कि ढिंढ़ोल भांठा पंचायत के पूर्व सरपंच व उप सरपंच के द्वारा रेत खनन कराने का कार्य कराया जा रहा है।

बहरहाल शासन के कड़े निर्देश बाद भी इस तरह अवैध रेत खनन कर शासन को राजस्व की क्षति पहुंचाने वालों पर न तो खनिज विभाग और न ही जिला प्रशासन अंकुश लगा पा रहा है।