छत्तीसगढ़: बजट से राज्य का सर्वागीण विकास होगा – वीरेंद्र सिंह बघेल..
छत्तीसगढ़: बजट से राज्य का सर्वागीण विकास होगा – वीरेंद्र सिंह बघेल
छत्तीसगढ़: मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ भूपेश बघेल द्वारा प्रस्तुत किया गया बजट राज्य के सर्वांगीण विकास को ध्यान में रखकर बनाया गया बजट है। पुरानी पेंशन योजना की बहाली कर मुख्यमंत्री ने प्रदेश के कर्मचारियों के भविष्य को सुरक्षित रखने का काम किया है।
राज्य लोकसेवा आयोग की परीक्षा में स्थानीय युवाओं को परीक्षा शुल्क माफ किये जाने की घोषणा से बेरोजगार युवाओं को बड़ी राहत मिलेगी। मुख्यमंत्री ने अपने बजट में सिंचाई परियोजनाओं तथा इन्फ्रास्ट्रचर एवं शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने पर विशेष जोर दिया है। जल जीवन मिशन के लिये 1 हजार करोड़ का प्रावधान करके मुख्यमंत्री ने राज्य के नागरिकों को सुगम पेयजल उपलब्ध कराने की प्रतिबद्धता दिखाई है। लघु सिंचाई परियोजनाओं के लिये 931 करोड़ का वित्तीय प्रावधान कर मुख्यमंत्री ने राज्य के किसानों की खुशहाली के द्वार खोले है। स्वास्थ्य विभाग में भवन एवं कर्मचारियों की नियुक्ति से राज्य की स्वास्थ्य सुविधायें मजबूत होगी। विभिन्न चिकित्सा महाविद्यालयों में छात्र एवं चिकित्सीय सुविधायें बढ़ाने से प्रदेश के चिकित्सा महाविद्यालय लोगों की अच्छी गुणवत्ता युक्त स्वास्थ्य सुविधायें दे पायेंगे।मुख्यमंत्री मोबाईल चिकित्सा सभी नगर पालिका, पंचायतों में लागू करने से प्रदेश की बड़ी आबादी को राहत मिलेगा।
माननीय मुख्यमंत्री ने बजट में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये है ,32 नये हिन्दी माध्यम स्वामी आत्मानंद स्कूलों से शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ेगी। विधायक निधि 1.5 करोड़ से बढ़ाकर 4 करोड़ करने से स्थानीय विकास में जनप्रतिनिधियों की भागीदारी बढ़ेगा। जिला, जनपद पंचायत अध्यक्षों, उपाध्यक्ष, सदस्य के मानदेय बढ़ाने एवं विकास निधि के प्रावधान से पंचायत मजबूत होंगे। सरपंच एवं उप सरपंच तथा पंचों का मानदेय बढ़ाना स्वागत योग्य कदम है। 6 नई तहसीलों के गठन से सत्ता के विकेंद्रीयकरण का मार्ग प्रशस्त होगा। मलखंभ अकादमी के गठन से राज्य में अपनी संस्कृति के विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। मुख्यमंत्री सुगम सड़क योजना ग्रामीण भारत के आवाजाही को और सरल बनायेगी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बजट कांग्रेस सरकार सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय के सूत्र वाक्य को चरितार्थ कर रहा है। मुख्यमंत्री के बजट में सभी वर्ग के लिये कुछ न कुछ है।