पेन्ड्रा गौरेला मरवाही

वन विभाग; एसडीओ संजय त्रिपाठी से लेकर मुख्य वन संरक्षक राजेश चंदेले, प्रधान मुख्य वन संरक्षक राकेश चतुर्वेदी, भ्रष्टाचार में लिप्त, कार्यवाही की, जगह कर रहे दलाली..

वन विभाग; एसडीओ संजय त्रिपाठी से लेकर मुख्य वन संरक्षक राजेश चंदेले, प्रधान मुख्य वन संरक्षक राकेश चतुर्वेदी, भ्रष्टाचार में लिप्त, कार्यवाही की, जगह कर रहे दलाली..

 

 

गौरेला पेंड्रा मरवाही; वन मण्डल मरवाही के पूर्व प्रभारी डीएफओ एवं वर्तमान एसडीओ संजय त्रिपाठी के भ्रष्टाचार के कारनामे थमने के नाम नही के रहे हैं संजय त्रिपाठी द्वारा विभाग में अपने रसूख का फायदा उठाते हुए नियम विरुद्ध तरीके से कुछ महीनों के लिए डीएफओ का प्रभार हासिल कर लिया गया था उसके बाद विभाग में विकास कार्यों के लिए मिलने वाले पैसों का डीएफओ रहते हुए त्रिपाठी द्वारा जमकर भ्रष्टाचार किया गया त्रिपाठी के द्वारा वन मण्डल कार्यालय परिसर में बॉउंड्रीवाल एवं भव्य कैंटीन शासन के पैसों से तो बना दिया गया.. बनाया गया बॉउंड्रीवाल पहली बारिश में ही ढहने लगा है

कुछ हिसा ढह गया तो कुछ ढहने के कगार में पहुँच रहा है साथ ही उनके द्वारा बनाए गए कैंटीन में कोई व्यक्ति/वन कर्मी तो नजर नही आते लेकिन कुत्ते एवं गाये बैल उस कैंटीन में गंदगी करते जरूर नजर आते है अब सवाल तो ये उठता है कि त्रिपाठी ने तो भ्रष्टाचार करके अपना काम पूरा कर लिया लेकिन उनके ऐसे घटिया कृत्य के बाद भी डीएफओ दिनेश पटेल, सीसीएफ राजेश चंदले, एवं पीसीसीएफ राकेश चतुर्वेदी के साथ साथ वन मंत्री मोहम्मद अकबर भी क्यों चुप्पी साधे हुए है वन विभाग में भ्रष्टाचार करने वालो के ऊपर कार्यवाही के जगह उसकी दलाली हो रही है. मरवाही के आम जन को अब मुख्यमंत्री के भेंट मुलाकात कार्यक्रम से ही सारी उम्मीदें है शायद भेंट मुलाकात में ही संजय त्रिपाठी सहित उनके भ्रष्टाचार में सहयोग देने वाले उच्चाधिकारियों पर प्रदेश के मुखिया द्वारा कोई ठोस कार्यवाही हो सके?