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बिग ब्रेकिंग- प्रधानमंत्री आवास में भुट्टे की खेती कर रही महिला, कच्चे मकान में गुज़र रही ज़िंदगी…

संतोष दीवान- कोरबा(CGNEWS365.COM)/ 07 सितंबर 2021- यह जानकर आपको हैरानी तो जरूर होगी कि हितग्राही प्रधानमंत्री आवास में भुट्टे की खेती कर रहे हैं जी हां यह बात पूरी तरह सत्य है। दरअसल मामला कोरबा जिले के कटघोरा ब्लाक अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत नवागांव कला की है यहां प्रधानमंत्री योजना अंतर्गत स्वीकृत आवास अपूर्ण होने से बुजुर्ग महिला आवास में ही भुट्टे की खेती कर रही है।


विधायक आदर्श ग्राम घोषित नवांगांव कला के आश्रित ग्राम झाबु मे निवासरत बंधन बाई बताती है कि प्रधानमंत्री आवास किसी काम का नहीं इसलिए भुट्टा लगा दी हूं, महिला ने बताया कि वर्ष 2018 में उनके पति के नाम से प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत हुआ कुछ समय बाद उनकी मृत्यु हो गई, पति की मृत्यु उपरांत प्रधानमंत्री आवास को बंधन बाई के नाम से ट्रांसफर किया गया। आवास की पहली किस्त की राशि ₹48000 बैंक खाता में जारी हुआ, 3 साल बीत गए अब तक दूसरी किस्त की राशि नहीं मिल सकी है इसलिए आवास अधूरा है। आवास पूर्ण नही होने से आज मिट्टी के कच्चे मकान में रहना मजबूरी है।

समस्या को लेकर सरपंच सचिव से कहने पर उनके द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जाता। इस गांव के सरपंच पति लखन कंवर व सचिव हेतन यादव से सम्पर्क करने पर उनके द्वारा कभी भी फोन रिसीव नही किया जाता।


इसी तरह चंपा बाई व नीरा बाई के नाम से भी प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत हुआ इस बीच इनके भी पतियों का देहांत हो गया इसके बाद प्रधानमंत्री आवास को इनके नाम पर ट्रांसफर किया गया। वर्ष 2018 में आवास निर्माण के लिए पहली किस्त की राशि ₹48000 इन सभी महिलाओं के बैंक खाते में जारी किया गया राशि मिलने से सभी ने आवास निर्माण का कार्य शुरू कर दिया। तीन वर्ष बीत गए अभीतक दूसरी-तीसरी किश्त की राशि जारी नही हुआ जिसकी वजह से इनके मकान आज भी अधूरे हैं।

चैतराम मंझवार ग्राम पंचायत माखुुुरपानी, गौरबोरा

अधूरे निर्माण को तीन वर्ष का लंबा समय बीत गया इस वजह से अधूरा बना मकान भी अब टूटने लगा है, इसलिए अब पीएम आवास के अंदर ही साग भाजी के साथ भुट्टा लगा रखे हैं।
जिले में प्रधानमंत्री आवास की ज़मीनी हकीकत किसी से छिपी नही है, जहाँ नज़र उठाकर देखें आवास में भ्रष्टाचार साफ़ दिखाई देगा।

क्या कहते हैं हितग्राही
*कोरोना ले गया आवास का पैसा* चंपा बाई- 
चंपा बाई बताती है कि आवास मिलने के बाद भी हमे निराश होना पड़ रहा है, सालों बीत गए अब तक दूसरी किश्त की राशि नही मिली इस कारण आवास अधूरा है, गाँव के जनप्रतिनिधियों से पूछने पर उनके द्वारा कहा गया कि आवास का सारा पैसा कोरोना में चला गया।

सचिव सरपंच नही देते ध्यान- बंधन बाई
हम गरीबों के लिए सरकार आवास की स्वीकृति तो दे रही है पर पूरी राशि न मिलने की वजह से अधूरे आवास किसी काम का नही है। इसलिए कमरे में ही भुट्टा लगाई हूँ। पक्का मकान नही बन पाया तो आज भी हमे मिट्टी के कच्चे मकान में गुजारा करना पड़ रहा है। गाँव के जनप्रतिनिधि इस बार मे कोई ध्यान नही देते।

इस संबंध में जब कटघोरा जनपद सीईओ से संपर्क किया गया तो उनके द्वारा फोन रिसीव नही किया गया।

वर्सन- बैसाखू राम यादव- जनपद सदस्य क्षेत्र क्र. 03
मेरे क्षेत्र में प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि हितग्राहियों के खाते में नही आने से आवास अधूरा है, मैंने इस समस्या को लेकर जनपद कार्यालय में पदस्त संबंधित अधिकारियों से चर्चा की है, उनका कहना है कि पीएम आवास का पैसा नही आ रहा है जब आएगा तब बता दिया जाएगा।

बहरहाल इन महिलाओं कहना है कि अगर प्रधानमंत्री जी अपनी मन की बात में पीएम आवास की पूरे देश में स्थिति को लेकर बात करें तो हमें भी अपना दर्द बताने और दिखाने का मौका मिलेगा, आज आवास स्वीकृत होने के बाद भी कच्चे मकान में किस तरह दिन गुज़ार रहे हैं इसकी सच्चाई खुद ब खुद देश के मुखिया के सामने आ जाएगी।