कानून के हाथ लंबे होते हैं: ठगी के आरोपी को राजस्थान से दर्री पुलिस ने किया गिरफ्तार
कोरबा/दर्री(CGNEWS365.COM)/ 16 सितंबर 2021- कहते हैं ना कानून का हाथ लम्बा होता है इस कहावत को सच कर दिखाया है छत्तीसगढ़ प्रदेश के कोरबा जिला पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल के शक्त निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कीर्तन राठौर, नगर पुलिस अधीक्षक दर्री सुश्री लितेश सिंह के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी निरीक्षक राजेश जांगडे के नेतृत्व में दर्री के पुलिस स्टाफ सउनि हरिचरण सारथी, आरक्षक 890 चंद्रप्रकाश, आरक्षक 673 लीलाधर ने।
दरअसल मामले कि जानकारी देते हुए नगर पुलिस अधीक्षक दर्री सुश्री लितेश सिंह ने बताया कि प्रार्थी दिलीप कुमार खूंटे नामक व्यक्ति ने थाना दर्री में लिखित आवेदक पत्र दिया था कि श्रीराम रियल स्टेट एंड बिजनेस साल्यूशन लिमिटेड कंपनी द्वारा रकम दोगुना करने की बात करते हुए प्रार्थी दिलीप कुमार खूंटे से 23 लाख रुपये ठगी करने पर अपराध क्र.43/2016 धारा 420,406,467,120 बी,भादवि,4,5,6 चितफंड मनी सर्कुलेशन एक्ट एवं छ. ग.निक्षेपको का संरक्षण अधिनियम की धारा 10 कायम कर विवेचना में लिया गया उक्त प्रकरण में एक करोड़ सतहत्तर लाख तीन हजार पांच सौ संतावन (17703557)/-रुपये का थाना दर्री क्षेत्र में रकम दोगुना करने के नाम पर धोखाधड़ी किया गया है।
सुश्री सिंह ने आगे बताया विवेचना के दौरान आरोपी डायरेक्टर सुभाष देशमुख, पिता-साहेब राव देशमुख, उम्र-53 वर्ष, निवासी-कुणाल होम्स, राजहर्ष कालोनी,थाना-कुणाल रोड,भोपाल,मध्यप्रदेश, डायरेक्टर निर्मल धनेरिया, पिता-स्व. रामचरण धनेलिया, उम्र-34 वर्ष,निवासी-सातभाई का गोठ, लक्ष्मीगंज,लश्कर ग्वालियर, हा. मु.-मया इनक्लेव 6 लांबा खेड़ा रोड करौंद, भोपाल, मध्यप्रदेश एवंसंजय मेवाड़,पिता- बहादुर सिंह,उम्र-35 वर्ष,निवासी-धबलाधिर,जिला-शाजापुर,को पहले गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जा चुका है, वहीं कंपनी के डायरेक्टर सोहन कुमार पटेल,पिता-रामचंद्र पटेल,उम्र-49 वर्ष,निवासी-नावदा, थाना-टोकखुर्द,जिला-देवास,मध्यप्रदेश जो कि रिपोर्ट दिनांक से फरार चल रहा था।जिसका माननीय विशेष न्यायालय (सी जी पी डी आई) कोरबा से प्राप्त प्रोडक्शन वारंट के परिपालन में अधिकारी कर्मचारी केंद्रीय कारागृह उदयपुर राजस्थान भेज कर उक्त आरोपी को दर्री थाना लाया गया है जिसे पूछताछ करने मेरोण्डम कथन लिया जो अपराध करना स्वीकार किया है।आरोपी के विरुद्ध अपराध सदर का सिद्ध पाए जाने से विधिवत गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा गया।