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मादा अजगर के साथ मिले 14 अंडे…अंडो की सुरक्षा के लिए कुंडली मारे बैठी थीं।

कोरबा_सिमरन गार्डिया

किसी ने सच ही कहा है मां की जगह कोई नहीं ले सकता, मां की ममता के आगे सब फिका पड़ जाता हैं, चाहे वो इन्सान हो या जानवर तो चलिए आज जानते हैं ऐसी ही दिल छू लेने वाली घटना के बारे में , कोरबा मुख्यालय से 35 किलोमीटर दूर सोहागपुर के समीप पंचपेडी गांव में एक मां की अद्भुत ममता देखने को मिला, फर्क इतना था वो ममता इन्सान का नहीं बल्कि एक सांप का था, पूरे गांव में उस समय खलबली मच गई जब लोगों ने एक अजगर को अंडो के साथ देखा जैसे जैसे ये खबर आस पास के गावों तक पहोचने लगीं दूर दूर से लोग इस नजारे को देखने वाहा आने लगें, भीड़ को देख मादा अजगर अपने अंडो पर इस तरह से कुंडली मार ली लोग आश्चर्य से देखने लगें और आपस में ही बात करने लगे की अपने अंडो की सुरक्षा कैसे कर रही (मां हैं अपने बच्चों की रक्षा कर रहीं) ये दृश्य देख लोग हैरान हो गए और सभी इस अद्भुत नजारे को अपने फोन पर कैद करने लग गए , कोई जाने अनजाने हादसा न हो जाए साथ ही अंडो को कोई हानि न हों उसके देखते हुए गांव के लोगों ने स्नेक रेस्क्यू टीम(वन विभाग सदस्य) जितेंद्र सारथी को इसकी सूचना दी, जिसके तुरंत बाद सारथी ने कोरबा डीएफओ श्रीमति प्रियांका पाण्डेय मैडम को जानकारी दी मामला अजगर का था जो संरक्षित प्राणी होने की वजह साथ अंडे भी होने की वजह, इसे गंभीरता से लेते हुए मैडम ने आदेशित किया कि रेस्क्यू ऑपरेशन किया जाए जिसके बाद जितेंद्र सारथी अपने टीम के साथ और वन विभाग कर्मियों को लेकर रावना हो गए , लम्बी दूरी सफर करने के बाद घटना स्थल पहुंचे जहां पहले से ही काफी भीड़ हो चुकी थीं सुरक्षा की दृष्टि से देखते हुए सभी को वहा से दूर किया गया फिर संभाल कर रेस्क्यू ऑपरेशन चालू किया गया बडी सावधानी से पैरा को हटाया गया , पैरो को जैसे ही हटाया गया मादा अजगर अंडो की सुरक्षा के लिए आवाज़ करने लग गई मानो कह रही हो मेरे अंडो छूने की कोशिश भी मत करना और न ही पास आना फिर पूरी सावधानी से मादा अजगर कों कड़ी मशक्कत के बाद पकड़ने में कामयाब हुए फिर बोरे में रखा गया, फिर बडी सावधानी से अंडो को उठाया गया और एक डिब्बे में रखा गया फिर सभी को समझाया गया साथ ही सांपो का महत्व बताया गया, तब जाकर सभी लोगों ने राहत कि सांस ली और रेस्क्यू टीम का धन्यवाद् किया , कोरबा पहुंचने पर डीएफओ श्रीमति प्रियांका पाण्डेय मैडम को दिखाया गया और विभाग को सुपुर्द किया गया।

कोरबा डीएफओ श्रीमति प्रियांका पाण्डेय ने जितेंद्र सारथी और उनकी टीम के कार्यों की प्रशंसा की साथ ही आगे भी इस तरह निरंतर कार्य करते रहने को कहा गया।

जितेंद्र सारथी ने बताया की हमें रेस्क्यू कॉल के लिए इतने दूर दूर से कॉल आ रहें जो निसंदेह हमारी टीम के लिए अच्छी बात है, जिसके लिए जितेंद्र ने तमाम इलेक्ट्रिक और प्रिंट मीडिया को धन्यवाद ज्ञापित किया जिन्होंने लगातर अपने खबरों में रेस्क्यू टीम का नंबर प्रकाशित किया साथ ही आम जनों का भी धन्यवाद किया, हमारी टीम लगातर अपनी सेवाएं पूरी निष्ठा से पूरे जिले में देते रहेगी।