कोरबा : फोरलेन के भू-माफियाओं में हड़कम्प,सफेदपोश से लेकर अधिकारियों में खलबली, हुए हैं दो आदेश
फोरलेन के भू-माफियाओं में हड़कम्प,सफेदपोश से लेकर अधिकारियों में खलबली, हुए हैं दो आदेश
कोरबा जिले में सड़क के नाम पर जमीन के माफियाओं ने चंद अधिकारियों के साथ मिलकर खूब गड़बड़ी की और सरकार को करोड़ों की चपत लगाई है। सफेदपोशों के साथ कुछ अधिकारियों ने भी जमीन के खेल में रातों रात जमीन मालिक बनकर फर्जी तरीके से मुआवजा हासिल कर लिया और वास्तविक भू स्वामी कागज लिए दफ्तर-दफ्तर घूमते रहे। कहीं की जमीन को लाकर एनएच में फिट करने का भी काम हुआ है। अब इन तमाम गड़बड़ियों की फाइल खुल रही है जिससे हर उस शख्श में खलबली मची है जिसने इस बहती गंगा में हाथ धोया है।
कलेक्टर रानू साहू ने ज़िले में सड़कों के लिए भू-अर्जन की शिकायतों को गंभीरता से लिया है। 20 जनवरी को कलेक्टर ने आदेश देते हुए, हरदीबाज़ार-तरदा बाईपास सड़क के भू अर्जन मामलों में अनियमितता पर कड़ा रूख दिखाते हुए दोषी भू मफ़ियाओ पर एफ़आईआर दर्ज कराने के लिए एसपी को पत्र भेजा है। इसके बाद कलेक्टर रानू साहू ने बैक टू बैक दूसरी कार्रवाई करते हुए चाम्पा-कोरबा-कटघोरा फोर लेन सड़क के लिए भूमि अधिग्रहण में अनियमितता की जाँच के निर्देश पुलिस अधीक्षक को दिए हैं। कलेक्टर को विधायक मोहित केरकेट्टा व पुरषोत्तम कंवर ने राष्ट्रीय राजमार्ग 149 बी के भूमि अधिग्रहण में अनियमितता और भू अर्जन के नियमों एवं शासन के निर्देशों की अवहेलना किए जाने की शिकायत कलेक्टर से की थी। पत्र में चाम्पा-कोरबा-छुरी-कटघोरा फ़ोरलेन सड़क के लिए भूमि अधिग्रहण में अनियमितता की गंभीर शिकायत की है। शिकायत में बताया गया है कि राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 149 बी में कोरबा, दर्री व कटघोरा तहसील के 50 ग्रामों में 500-500 वर्ग मीटर से कम के टुकड़े कर जमीनो की खरीदी-बिक्री की गई है। इसके साथ ही ऐसी ज़मीन के टुकड़ों की रजिस्ट्री भी चौदाही निर्धारित किए बिना की गई है। इसके संबंध में जिला पंजीयक कोरबा द्वारा 50 गांवों में 200 से अधिक रजिस्ट्री होने की भी जानकारी दी गई है। इससे उन गांवों में जहां राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) प्रस्तावित है, वहां जमीनों के 500 वर्ग मीटर से कम टुकड़े होने से शासन को वित्तीय क्षति होने की संभावना है। इस शिकायत के बाद कलेक्टर रानू साहू ने सख़्त रूख अपनाते हुए इस मामले में भी आपराधिक प्रकरण दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई के निर्देश कोरबा पुलिस अधीक्षक को दिए है। सही जांच हुई तो पूर्व के बड़े अधिकारियों एवं जमीन दलालों की मिलीभगत उजागर होगी !