हड़ताल:4 डिप्टी रेंजरों को निष्कासन की चेतावनी, मांगा स्पष्टीकरण…
हड़ताल:4 डिप्टी रेंजरों को निष्कासन की चेतावनी, मांगा स्पष्टीकरण
कोरबा: अपनी विभिन्न मांगों को लेकर छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ के बैनर तले वन कर्मी बेमुद्दत हड़ताल पर चले गए हैं। कुछ वनकर्मी इस हड़ताल में शामिल नहीं हुए हैं जिन्हें संघ की ओर से नोटिस जारी कर समर्थन देने या नहीं देने के बारे में स्थिति स्पष्ट करने कहा गया है। अन्यथा की स्थिति में इन्हें संघ की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर देने की चेतावनी दी गई है।
छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ के जिला शाखा कोरबा अध्यक्ष प्रीतम कुमार पुराईन ने बताया कि समस्त वन कर्मचारी प्रांतीय आह्वान पर व्यक्तिगत रूप से अपना आवेदन भरकर 21 मार्च से हड़ताल में उपस्थित हो चुके हैं किन्तु उप वन क्षेत्रपाल पसान धर्मेंद्र चौहान, बालको से संजय लकड़ा, लेमरू से जयनाथ सिंह गोंड़ व कुदमुरा से उप वन क्षेत्रपाल भरत सिंह धोबा के द्वारा हड़ताल संबंधी आवेदन नहीं भरा गया है। ऐेसे में संघ की सदस्यता लेकर हड़ताल में शामिल न होना संघ के साथ दगाबाजी कर अपना व्यक्तिगत स्वार्थ सिद्ध करना साबित होता है जबकि ये लोग संघ के वरिष्ठ सदस्य हैं। इन्हें स्थति स्पष्ट नहीं करने पर सदस्यता से निष्कासित करने की चेतावनी दी गई है।
उल्लेखनीय है कि पुरानी पेंशन योजना लागू करने के साथ ही 12 सुत्रीय मांगों को लेकर वन विभाग के कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। कोरबा और कटघोरा वनमंडल के भी कर्मचारी धरने पर बैठे हंै। इन्होंने स्पष्ट रुप से कह दिया है कि जब तक मांग पूरी नहीं होती आंदोलन समाप्त नहीं किया जाएगा। वन कर्मियों का आरोप है कि अपनी मांगो को लेकर उन्होंने पूर्व में भी प्रदर्शन किया था लेकिन मांगों को गंभीरता से नहीं लिया गया। यही वजह है कि उन्हें अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाना पड़ा है। हड़ताल में फॉरेस्ट गार्ड से लेकर डिप्टी रेंजर रैंक तक के कर्मचारी शामिल हंै। वनकर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से जंगल की सुरक्षा खतरे में आ गई है।