सरकार की महत्वकांक्षी योजना का बुरा हाल..सड़कों पर मारे-मारे फिर रहे गौवंश, सड़क दुर्घटना में रोज जा रही मवेशियों की जान..
सरकार की महत्वकांक्षी योजना का बुरा हाल..सड़कों पर मारे-मारे फिर रहे गौवंश, सड़क दुर्घटना में रोज जा रही मवेशियों की जान
गौरेला पेंड्रा मरवाही: जिले में आए दिन सड़कों पर बेसहारा घूम रहे गोवंश की दुर्घटना में मौत हो रहीं हैं। कई गायें भारी वाहनों की चपेट में आने से गंभीर रूप से घायल हो रहीं हैं। गोवंश की ऐसी दुर्दशा होने पर भी स्थानीय प्रशासन गोवंश के संरक्षण के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा पा रहा।इससे गोवंश के संरक्षण के लिए बनाई गई योजनाएं कागजों तक सिमट कर रहीं गई हैं। गुरुवार की अलसुबह कोटमी से पेंड्रा रोड में सड़क किनारे खड़े बैल को तेज रफ्तार भारी वाहन ने टक्कर मार दी जिससे एक की मौत हो गई.. इस घटना से लोगों में नाराजगी है।
सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओं में से एक नरवा गरुवा धुरवा बाड़ी के तहत बनाई गई गौठाने शो पीस बनकर रह गई हैं. लाखों रुपए की लागत से गौठाने तो बनाए गए हैं लेकिन प्रशासन के सुस्त रवैए से अधिकांश गौठाने सूने पड़े हैं. शासन ने लाखों रुपये खर्च कर इन गौठानों का निर्माण तो कर दिया है. लेकिन पशु गौठानो में कम सड़क में ज्यादा रहते हैं.
जिले के कई गौठानों में न पानी की व्यवस्था है और न ही अब तक शेड का निर्माण हुआ है. जिस वजह से यहां पशुओं के लिए किसी प्रकार की कोई सुविधा नहीं है. जिले के सभी गौठानों में पानी की टंकी तो बना दी गई है. साथ ही गोबर से वर्मी कंपोस्ट तैयार करने के लिए गड्ढे तो खोद दिए गए हैं लेकिन यहां पशु ही नहीं पहुंच पाने की वजह से अधिकतर गौठानों का हाल बेहाल हो चुका है.
शहर हो या गांव, सभी जगह गौ-वंश की दुर्दशा
ऐसा कोई दिन नहीं बीतता जिस दिन गौ-वंश सड़क दुर्घटना का शिकार न हो, जिस दिन किसी गाय की तड़प-तड़प कर मौत न होती हो। इन सड़क दुर्घटनाओं का शिकार लोग भी हो रहे हैं। इन सड़क दुर्घटनाओ में लोग या तो घायल हो रहे हैं, या उनकी भी मौत हो रही है। गौ-वंश के सड़कों पर आ जाने से सड़क जाम से लेकर, दुर्घटनाओं में इजाफा हुआ है। हालात ये आ चुके हैं, कि दुर्घटना में रोजाना गाय और इंसान की मौत हो रही है।गाय सड़कों पर आ गईं, बस यहीं से गाय सड़क दुर्घटना की वजह और शिकार बनने लगी हैं।
गोवंश का संरक्षण हो –
गाय सड़कों पर मारी-मारी न फिरे इसके भले ही सरकार ने कई योजनाएं संचालित की हो लेकिन उन योजनाओं से गोवंश कतई लाभान्वित नहीं है। नगर में सरकारी गोशाला होने के बाबजूद भी गोवंश सड़कों पर घूम रहा है । मुख्य बाजार में सड़कों पर भारी संख्या में खड़े गोवंश आये दिन दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं ।