संजय त्रिपाठी के भ्रष्टाचार की दास्तां बयां करता गंगनयी नेचर कैम्प व डीएफओ बंगला…
संजय त्रिपाठी के भ्रष्टाचार की दास्तां बयां करता गंगनयी नेचर कैम्प व डीएफओ बंगला…
गौरेला पेंड्रा मरवाही: वन विभाग द्वारा मरवाही वन मंडल को पर्यटन के क्षेत्र में कार्य करने के लिए जो राशि शासन से मिली साथ ही अन्य कई मदों की राशि जिनका उपयोग पर्यटन के नाम पर किया जाना था परंतु प्राप्त राशि का सही उपयोग वनमण्डल में न करते हुए संजय त्रिपाठी द्वारा अपने निजी हितों के लिए किया गया ज्ञात है की मरवाही परिक्षेत्र के गंगनयी नेचर कैम्प में त्रिपाठी द्वारा शासन का करोड़ो रुपए लगाया गया है लेकिन गंगनयी नेचर कैम्प का हाल बद से बदतर स्थिति में है अगर यहां कुछ अच्छा है तो वंहा पर संजय त्रिपाठी के द्वारा बनाया गया वातानुकूलित कमरे उन वातानुकूलित कमरों में टेलीविजन से लेकर बेड टेबल आदि तमाम ऐशो आराम की चीजें उपलब्ध है
लेकिन ये सब सिर्फ संजय त्रिपाठी के साथ साथ उनके कुछ खास लोगो के लिए ही बना हुआ है क्योंकि नेचर कैम्प में आम लोगों के लिए सिर्फ एक बाँध मात्र ही है वंहा पहुँचने वाले रसूखदार व्यक्तियों के लिए आलीशान कमरों की भी व्यवस्था है साथ ही संजय त्रिपाठी के लिए वंहा पर एक कमरा अलग से आरक्षित किया गया त्रिपाठी द्वारा गंगनयी नेचर कैम्प के नाम से शासकीय राशि का जमकर दोहन किया गया लेकिन अब तक गंगनयी नेचर कैम्प के हालात में कोई खास सुधार नही हो सका संजय त्रिपाठी द्वारा 100 करोड़ से अधिक राशि का का घोटाला किया गया है
संजय त्रिपाठी द्वारा प्रभारी डीएफओ रहते हुए विभाग के पैसों को अपने घर का पैसा समझते हुए अपनी मौज मस्ती के लिए मढ़ना डिपो में कैंटीन , खेल मैदान , आलीशान बंगला , सीसी रोड का निर्माण करवाया गया था, पर विभाग के उच्चाधिकारियों का ध्यान अब तक त्रिपाठी के काले कारनामो पर न जाना और उनपर कार्यवाही न करना एक बड़ा सवाल खड़ा करता है कि क्या शासकीय राशि का उपयोग वन अधिकारियों के लिए ही होता रहेगा या फिर उसका कोई लाभ आम जनता को भी मिल सकेगा !