गोली कांड: इंदौर में पोस्टिंग के दौरान महिला ASI के घर में रहते थे TI, एएसआई पहले भी एक एसआई समेत दो लोगों के खिलाफ दर्ज करवा चुकी है रेप का मामला
इंदौर में पोस्टिंग के दौरान महिला ASI के घर में रहते थे TI, एएसआई पहले भी एक एसआई समेत दो लोगों के खिलाफ दर्ज करवा चुकी है रेप का मामला
एमपी; इंदौर पुलिस मुख्यालय परिसर में शुक्रवार दोपहर टीआई हाकम सिंह पवार ने महिला एएसआई पर गोली चलाने के बाद खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। मृतक टीआई राजधानी भोपाल के श्यामला हिल्स थाने में पदस्थ थे। वहीं गंभीर रूप से घायल ASI रंजना खंडे को इंदौर के एमवाय अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती किया गया है। टीआई के सुसाइड की इनसाइड स्टोरी सामने आई है।
इंदौर में पोस्टिंग के दौरान टीआई हाकम सिंह पवार महिला एएसआई रंजना के घऱ में किराए पर रहते थे। एएसआई ने टीआई हाकम सिंह पवार पर भी अपनी कार रखने का आरोप लगाया था। प्राथमिक जांच में मामला ब्लैक मेलिंग का सामने आया था,पुलिस अधिकारियों के मुताबिक पूरा मामला प्रेम प्रसंग का है। पुलिस अधिकारिय़ों के मुताबिक ASI रंजना खंडे का ट्रैक रिकॉर्ड भी काफी खराब है। ASI रंजना खंडे पहले भी एक एसआई सेमत दो लोगों के खिलाफ धारा 376 का मामला दर्ज करवाया था। एएसआई ने टीआई हाकम सिंह पवार पर भी अपनी कार रखने का आरोप लगाया था। इसकी शिकायत पुलिस से की थी। मामले में पुलिस ने टीआई से पूछताछ भी की थी। हो सकता है कि थाना प्रभारी को भी रंजना ब्लैकमेल कर रही थी। लिहाजा टीआई ने ये कदम उठाया। हालांकि पूरी सच्चाई जांच के बाद ही सामने आएगी।
मुख्यालय में लगे सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा है कि थाना प्रभारी हाकम सिंह पवार एसआई रंजना खांडे से मिलने इंडियन कॉफी हाउस पहुंचे थे। कॉफी हाउस में दोनों करीब एक घंटे तक बैठकर बात की थी। बातचीत के बाद बाहर आकर थाना प्रभारी ने अपनी सर्विस रिवाल्वर से रंजना खंडे पर गोली चला दी। इसके बाद खुद की कनपटी पर बंदूक रखकर गोलीमार आत्महत्या कर ली। ASI रंजना खंडे की गर्दन पर गोली लगी है। रंजना फिलहाल खतरे से बाहर है।
एडिशनल पुलिस कमिश्नर राजेश हिंगणकर ने कहा कि रंजना ने इसके पहले भी एक एसआई पर धारा 376 के तहत मुकदमा दर्ज करवाया हुआ है। रंजना का ट्रैक रिकॉर्ड भी काफी खराब है। संभवत थाना प्रभारी को भी रंजना ब्लैकमेल कर रही थी। लिहाजा वारदात का ये भी कारण हो सकता है। फिलहाला पूरे मामले की जांच में पुलिस जुटी हुई है। जांच के बाद भी मामले की वास्तविक सच्चाई सामने आएगी।