Korba; गलत प्रतिवेदन देना नायब तहसीलदार सोनाराम साहू को पड़ सकता है महंगा..गिर सकती है निलंबन की गाज.?
गलत प्रतिवेदन देना नायब तहसीलदार सोनाराम साहू को पड़ सकता है महंगा..गिर सकती है निलंबन की गाज.?
जनचौपाल मे शिकायत के बाद नवनियुक्त डीएम हुए सख्त.. दिया कड़ी कार्यवाही का आश्वासन
कोरबा: राज्य सरकार एक और माफियाओं पर कड़ी कार्यवाही करती नजर आ रही है वही दूसरी ओर राजस्व विभाग के अधिकारी लगातार भूमाफियाओं को संरक्षण देकर राजस्व विभाग की छवि धूमिल करने में लगे हुए है, ताजा मामला कोरबा जिले के पोड़ी उपरोड़ा अनुभाग अंतर्गत पसान तहसील कार्यालय का है जहां नायाब तहसीलदार अपने फरमान को लेकर खासे चर्चा में बने हुए है भूमाफियाओं को नायब तहसीलदार सोना राम साहू का इस कदर संरक्षण प्राप्त है इस बात को उनके ही निकाले गए आदेश से समझा जा सकता है नायाब तहसीलदार द्वारा जनचौपाल में पूर्व में दिये गए आवेदन का गलत प्रतिवेदन अधिकारी को जमा कर स्कूल प्रबंधन समिति द्वारा लिखित शिकायत (आवेदन) को ही गलत बता दिया गया..
किंतु जब अवैध कब्जे को लेकर दबाव बढ़ा तो उसी आवेदन पत्र के जांच हेतु सूचना निकाल कर मौका जांच को करना बताया इससे इस बात को नहीं नकारा जा सकता की नायाब तहसीलदार सोना राम साहू अपने ही आदेश में फसते जा रहे थे….बता दे की पसान हाईस्कूल की भूमि पर अवैध कब्जे को लेकर लगातार शिकायतो का दौर जारी है उसके बाद भी राजस्व विभाग भूमाफियाओं पर कार्यवाही नही कर पा रहा है इसकी मुख्य वजह विभाग में ऐसे अधिकारियो का होना होता है जो की खुलेआम आवदेन को ही गलत साबित कर देते है…मामले में पुनः कलेक्टर जन चौपाल में शिकायत कर भू माफियाओं , नायब तहसीलदार, पटवारी पर कड़ी कार्यवाही की मांग की गई है ,जिसमे नवनियुक्त कलेक्टर संजीव झा द्वारा त्वरित कार्यवाही का आश्वासन दिया गया है!