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मनरेगा घोटाला में आरोपित अधिकारीयो, कर्मचारियो एवम् फर्म के ऊपर कार्यवाही ठंडे बस्ते में ??

मनरेगा घोटाला में आरोपित अधिकारीयो, कर्मचारियो एवम् फर्म के ऊपर कार्यवाही ठंडे बस्ते में 

 

 

दर्ज होना था एफआईआर, संरक्षण में किसका हाथ

गौरेला पेंड्रा मरवाही; -मरवाही वन मण्डल के गौरेला परिक्षेत्र और मरवाही परिक्षेत्र में हुए मनरेगा घोटाले में आरोपित अधिकारियों एवम् कर्मचारियों पर वन विभाग द्वारा निलम्बन की कार्यवाही तो कर दिया गया है..परंतु आज तक आगे की कार्यवाही नही किया गया .. मनरेगा अधिनियम अनुसार आरोपित होते ही एफआईआर की कार्यवाही होनी थी परंतु वन विभाग के अधिकारीयो द्वारा निलंबन के सिवाए कोई कार्यवाही नही करना समझ से परे है साथ ही घोटाला में संलिप्त फर्म के ऊपर भी कार्यवाही देखने को नही मिली… इतना बड़ा घोटाला होने के बाद भी आरोपित कर्मचारियो से सीएम कार्यक्रम के दौरान धरमपानी में सत्कार कराते देखा गया वही

मरवाही रेंज के मनरेगा घोटाला में डीएफओ मरवाही द्वारा वाक ओवर दिया जा रहा है और काम गुडवत्ता विहीन कार्य करा इतिश्री कर दिया गया मामले में जाँच अधिकारी के पी डिंडोरे द्वारा गौरेला एसडीओ रहते हुए मरवाही रेंज के स्टॉप डेम और प्लांटेशन कार्य का जाँच किया गया था जिसमे 3 स्टाप डेम नही बने पाए गए थे और प्रभारी रेन्जर दरोगा सिंह और एसडीओ संजय त्रिपाठी द्वारा राशि चार्ज कर लिया गया था एसडीओ के पी डिंडोर ने बताया कि जांच रिपोर्ट मेरे द्वारा वनमण्डल कार्यालय मरवाही में दे दिया था जिसमे अभी तक कोई कार्यवाही क्यो नही हुआ इसको वर्तमान डीएफओ मरवाही ही बता पाएंगे.. इस संबंध में नगर के समाजसेवको का बोलना है की मनरेगा घोटाला में आरोपित सभी गबन कर्मियों पर एफआईआर दर्ज होना चाहिए.. वरना हम कोर्ट जायेंगे हमारे क्षेत्र के विकास का पैसा खाने वाले को बक्शा नही जायेगा !!