कोरबा- कुसमुंडा खदान मे हादसा एक श्रमिक की मौत पांच बाल बाल बचे
कोरबा 23जुलाई 2020:- कुसमुंडा खदान कोल इंडिया की अनुषंगी कंपनी एसईसीएल में आज सुबह भारी बारिश के कारण भू-स्खलन से एक ठेका कामगार की मलबे में दब कर दर्दनाक मौत हो गई। जबकि पांच अन्य बाल-बाल बच गये। घटना की सूचना पुलिस व प्रबंधन को दिए जाने पर उसके अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और मलबे में दबे मजदूर को बाहर निकालने प्रयास में जुट गए है। लेकिन अब तक उसे बाहर नहीं निकाला जा सका है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार यह घटना कुसमुंडा खदान के क्वारी नंबर एक के पास आज सुबह 6 बजे के लगभग घटित हुई जिसमें बरमपुर निवासी सुरेश महंत उम्र 25 वर्ष की दर्दनाक मौत हो गई। बताया गया कि सुरेश महंत, केदार सिंह नामक एक ठेकेदार के अंडर काम करता है। ठेकेदार ने उसकी व पांच अन्य की ड्यूटी पानी निकासी के लिए लगे यहां एक मोटर पंप की देख रेख के लिए लगाई गई थी। सुरेश महंत व उसका साथी किसी अनहोनी से अनजान अपने कामों में लगा हुआ था। इसी बीच यहां जमकर मुसलाधार बारिश होनी शुरू हो गई। बारिश के पानी का दबाव बढऩे से मोटर पंप का पाईप फट गया तथा बड़ी मात्रा में पंप व बारिश का पानी भर गया। पानी भरने से खदान के एक हिस्से का मिट्टी एकाएक धंस गया, जिससे सुरेश महंत इसकी चपेट में आ गया। जबकि उसका पांच साथी किसी तरह भागकर अपनी जान बचाने में सफल रहा। मलबे के नीचे दबने से सुरेश की मौके पर दर्दनाक मौत हो गई। सुबह सबेर घटित इस घटना की सूचना तत्काल प्रबंधन को दी गई। जिस पर उसके अधिकारी मौके पर पहुंचे और मिट्टी में दबे कामगार के परिजनों तथा पुलिस को घटना की जानकारी देने के साथ ही मौके पर बचाव एवं राहत कार्य शुरू कराया। जानकारी होने पर दर्री सीएसपी श्री सिन्हा भी मौके पर पहुंचे। इन पंक्तियों के लिखे जाने तक मिट्टी में दबे कामगार के शव को बाहर नहीं निकाला जा सका है। दमकल विभाग द्वारा मिट्टी को हटाने का काम शुरू कर दिया गया है। इससे पहले भी मंगलवार को एसईसीएल कुसमुंडा खदान में श्यामलाल नामक एक ठेका कर्मी की उस समय मौत हो गई थी जब यहां कोल स्टाप में लगे आग को बुझाने के काम में लगा हुआ था। ठेका कर्मी की अचानक हुई मौत से यहां हडक़ंप मच गया था। बाद में उसके साथियों व परिजनों ने मुआवजा व रोजगार देने की मांग को लेकर भारी हंगामा मचाया और एसईसीएल प्रबंधन के खिलाफ नारे भी लगाते हुए शव को लेने से इंकार कर दिया था। काफी समय तक हंगामा व प्रदर्शन चलता रहा। फिर प्रबंधन द्वारा मृत ठेका कर्मी के आश्रित को नौकरी व मुआवजा का लिखित आश्वासन दिए जाने पर परिजन शांत हुए और शव को ले जाकर अंतिम संस्कार किए।
भारी बारिश से जन-जीवन अस्त-व्यस्त
कोरबा शहर एवं आसपास के उप नगरों में आज सुबह मुसलाधार बारिश होने से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। नगर में स्थित दादर नाले का पानी उफान पर आ गया। तथा आसपास व शहर के निचले इलाकों में पानी भर गया, जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। कई घरों में पानी भी घुस गया था। रविशंकर नगर में भी जल जमाव के कारण लोगों को भारी परेशानियां उठानी पड़ी। आईटीआई रामपुर क्षेत्र में भी जल भराव की स्थिति बनने से लोग भारी परेशान है