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GPM: बैंक गारंटी घोटाले में होगी बड़ी कार्यवाही…जिले के राशन विक्रेताओं की भूमिका……

बैंक गारंटी घोटाले में होगी बड़ी कार्यवाही…जिले के राशन विक्रेताओं की भूमिका……

बिलासपुर:- 44 करोड़ के बैंक गारंटी के खेल की परतें धीरे-धीरे खुल रही है जिसमें जिले के राशन विक्रेताओं की भी भूमिका सामने आ रही है।

ज्ञात हो कि कथित 20 करोड़ के फर्जी बैंक गारंटी की कहानी में बड़ी भूमिका धान के उठाव के अलावा राशन दुकानों तक राशन पहुंचाने से लेकर उसकी ट्रांसपोर्टिंग तक के तार फैले हुए हैं इसी व्यवसाय से जुड़े सूत्रों ने नाम न बताने की शर्त पर पूरे खेल का खुलासा कुछ इस तरह से किया है की राशन दुकानों के जिस चावल की सप्लाई ट्रांसपोर्टर करते हैं उसमें पहले ही राशन दुकानदारों से पूछ लिया जाता है की वास्तविक डिमांड कितनी है।

और अपना राशन कार्ड राशन दुकानों में जमा कर उसके बदले नगद पैसा ले जाने वालों की संख्या कितनी है ,नगद पैसा ले जाने वालों में कुछ फर्जी बीपीएल कार्ड धारकों के अलावा अधिकांश एपीएल कार्ड धारी भी राशन दुकानों से बायोमेट्रिक प्राणी लागू होने के बाद राशन दुकान जाकर सिर्फ अंगूठा लगाकर अपनी एंट्री करा नगद पैसा लेकर लौट आते हैं यह संख्या भी राशन दुकान में दर्ज उपभोक्ताओ की संख्या का लगभग 40 से 45% तक है इस तरह जिले में सभी राशन दुकानों को मिलाकर जितनी भी राशन कोटा निर्धारित है उसका लगभग 40 परसेंट गोदाम में ही रह जाता है जिसका ट्रांसपोर्टिंग का भी खर्चा बचता है।

और उस वजन का चावल जो मिलर को एफसीआई में जमा करना है वह भी बिना जमा किए सिर्फ पावती के आदान-प्रदान से पूरा होता है। जो धान अभी खरीदी केंद्र उसे उठाया जा रहा है उसका भी बड़ा हिस्सा राइस मिलर द्वारा खुले बाजार में बेच दिया जाता है धान के बदले जो चावल गोदाम में जमा किया जाना है वह तो वहां पहले से ही जमा रहता है ।

ज्ञात हो कि एक लंबे अरसे से राशन दुकान संचालकों को नहीं बदला गया है जिस जिसके कारण उनकी गहरी पहचान अधिकारियों ट्रांसपोर्टर और मिलर्स से हो चुकी है जिसकी परिणति राशन की ब्लैक मार्केटिंग से लेकर फर्जी बैंक गारंटी तक पहुंच चुकी है ।

इसी कहानी की पृष्ठभूमि से जुड़ा हुआ फर्जी बैंक गारंटी की कहानी चालू होती है वर्तमान में पेंड्रा रोड के स्टेट बैंक से बनाए गए 24 करोड़ की बैंक गारंटी कहानी है जिसमें मिलर्स द्वारा 20 करोड़ का फर्जी बैंक गारंटी का खेल सामने आया है ।

कलेक्टर गौरेला पेंड्रा मरवाही द्वारा राइस मिलर और विपणन अधिकारी के मेलजोल से हो रहे इस खेल की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी है इस मामले में प्रभारी राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा की जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएगा कार्यवाही होगी इस भ्रष्टाचार में शामिल सभी लोगों की सांस अटकी हुई है बातचीत में जय सिंह अग्रवाल ने कहा कि फर्जीवाड़े की जो जानकारी मिली है कलेक्टर उसमें जांच कमेटी गठित कर दी गई है जो भी सच सामने आएगा उस पर कार्यवाही होगी

क्या है पूरा मामला

वर्ष 2021 22 मैं पेंड्रा रोड के एक राइस मिलर्स के चार फर्मों द्वारा फर्जी बैंक गारंटी का जिला विपणन कार्यालय में प्रस्तुत कर धान उठाओ किए जाने का शिकायत कलेक्टर जी पीएम से किए जाने पर सामने आया है शिकायतकर्ता ने पूरी जानकारी देते हुए जिला कलेक्टर से पूरे प्रकरण की जांच की मांग की है।

पेंड्रा रोड अंजनी इंडस्ट्रियल एरिया में राइस मिलर और चावल व्यवसाई के खिलाफ कथित तौर पर फर्जी बैंक गारंटी लगा धान का उठाव किया जाना बताया जा रहा है जानकारी के अनुसार बीते सत्र 2021 22 में 24 करोड़ की बैंक गारंटी थी उक्त राइस मिलर द्वारा विपणन कार्यालय में 44 करोड़ की बैंक गारंटी जमा कर धान का उठाव किया गया ,शिकायतकर्ता ने लोकेश देवांगन जिला विपणन अधिकारी पर भी मिलीभगत का आरोप लगाया है फर्जी बैंक गारंटी के साथ करोड़ों का खेल करते हुए धान का उठाव करने वाले राइस मिलर के साथ- साथ सवालों के घेरे में जिला विपणन अधिकारी भी हैं अब तो इस आपराधिक कृत्य का राज जप्त किए गए या उपलब्ध दस्तावेज से ही जांच के बाद सामने आएगा।