कोतवाली पुलिस ने चंद ही घंटो में गिरफ्तार कर लिया ,कई खजाना गोदाम से रखे सिक्के एवं नोट को चोरी करने वाले आदतन चोर को,,,,,,,,
*➡️ कोतवाली पुलिस की त्वरित कार्यवाही*
*➡️ खई खजाना के गोदाम में चोरी करने वाले आदतन चोर को चंद घंटे में किया गया गिरफ्तार*
*➡️ चोरी किए गए 10000 के सिक्के सहित कुल 11000 रुपए किया गया बरामद*
*➡️ नाम आरोपी- राकेश यादव उर्फ लालू पिता शंकर यादव, उम्र 20 वर्ष, निवासी राताखार खटाल के पास कोरबा, थाना कोतवाली कोरबा, जिला कोरबा*
*दिनांक 11-09- 2021 के प्रातः 9:30 बजे प्रार्थी रामचंद्र रेलवानी पिता स्वर्गीय मोहनलाल रेलवानी, उम्र 40 वर्ष, निवासी मुरारका मार्केट कोरबा का थाना उपस्थित आकर रिपोर्ट दर्ज कराया कि इनका राताखार स्थित खई खजाना समान का गोदाम दिनांक 10.09. 2021 को रात्रि 9:30 बजे बंद करके घर चला गया था, जो दिनांक 9 .11 .2021 को प्रातः 9:30 बजे गोदाम खोल कर देखा तो सामान बिखरा पड़ा था दराज में 1,2,5,10 रुपए का सिक्का करीबन ₹10000 एवं 10 -10 का नोट ₹1000 को कोई व्यक्ति दराज से चोरी कर ले गया है कि रिपोर्ट पर थाना कोतवाली में अपराध क्रमांक 884/2021 धारा 457,380 भा द वि पंजीबद्ध किया गया।
हालात से पुलिस अधीक्षक महोदय श्री भोज राम पटेल को अवगत कराते हुए आवश्यक दिशा निर्देश प्राप्त कर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महोदय श्री कीर्तन राठौर एवं नगर पुलिस अधीक्षक महोदय कोरबा श्री योगेश साहू के मार्गदर्शन में नगर निरीक्षक श्री सनत सोनवानी के नेतृत्व में पुलिस टीम गठित किया गया।
कोतवाली पुलिस द्वारा तत्काल मौके पर पहुंचकर CCTV कैमरा का अवलोकन करते हुए आरोपी का पहचान आदतन चोर राकेश यादव उर्फ लालू के रूप में किया गया। जिसकी पतासाजी मुखबिर लगाकर राताखार में की जा रही थी, इसी दरमियान आरोपी चोरी किए गए चिल्हर पैसे को लेकर सामान खरीदने के लिए दुकानों में घूम रहा था जिसे घेराबंदी कर पकड़ा गया।
पूछताछ करने पर अपना नाम राकेश यादव उर्फ लालू बताया तथा राताखार स्थित कई खजाना गोदाम से रखे सिक्के एवं नोट को चोरीā करना स्वीकार किया तथा उक्त चोरी किए गए रुपए को राताखार मुक्तिधाम के पीछे झाड़ियों के अंदर छुपाना बताया जिसे पुलिस द्वारा आरोपी के कब्जे से जप्त किया गया। आरोपी को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
उपरोक्त कार्यवाही में नगर निरीक्षक श्री सनत सोनवानी के नेतृत्व में उप निरीक्षक पूरन सिंह बघेल, प्रधान आरक्षक अजय सिंह ठाकुर, आरक्षक चंद्रकांत गुप्ता, विपिन बिहारी नायक, लक्ष्मीकांत खरसन एवं अजय यादव की सक्रिय भूमिका रही।