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मानव जीवन के साथ बड़ा खिलवाड़: पीडीएस चांवल में प्लास्टिकनुमा बनावटी चांवल की मिलावट, हितग्राहियों को किया जा रहा वितरण, खाद्य विभाग कुम्भकर्णीय निंद्रा में

मानव जीवन के साथ बड़ा खिलवाड़: पीडीएस चांवल में प्लास्टिकनुमा बनावटी चांवल की मिलावट, हितग्राहियों को किया जा रहा वितरण, खाद्य विभाग कुम्भकर्णीय निंद्रा में

कोरबा/पाली:-बीपीएल राशनकार्ड धारी हितग्राहियों को शासन की ओर से सस्ते दर पर वितरण किये जाने वाले पीडीएस चांवल में बनावटी चांवल की मिलावट देखी जा रही है, जिसे ग्रामीणों द्वारा प्लास्टिक का चांवल होना बताया जा रहा है। पीडीएस चांवल में बनावटी चांवल की मिलावट आखिर कहां से की गई है, यह गंभीर जांच का विषय है। जिसकी मांग जेमरा के स्थानापन सरपंच ने की है। बताते चलें कि शासन द्वारा गरीब परिवारों को अंत्योदय एवं नीला राशनकार्ड के माध्यम से बेहद सस्ते दर पर शासकीय उचित मूल्य की दुकान के माध्यम से प्रतिमाह चांवल प्रदान किया जाता है। इसके अलावा निराश्रित कार्डधारी को 10 किलो चावल निशुल्क व एपीएल राशनकार्ड धारक को भी 10 रुपए प्रति किलो की दर से चांवल देने का प्रावधान है। जहां बीते कोरोना आपदा काल के समय से गरीबी रेखा राशनकार्ड धारी हितग्राहियों को चांवल का निशुल्क वितरण किया जा रहा है। वर्तमान अक्टूबर माह के खाद्य सामाग्री का आबंटन भी शासकीय राशन दुकानों को मिल चुका है और ज्यादातर स्थानों पर खाद्यान का वितरण भी हो चुका है। किंतु वर्तमान में पीडीएस का जो चांवल वितरण किया गया है उसमें प्लास्टिकनुमा चांवल की मिलावट होना हितग्राहियों द्वारा पाया जा रहा है। इस संबंध पर ग्रामीणों का कहना है कि चांवल में जो बनावटी चांवल की मिलावट है वह दो टुकड़ों में नही टूट रहा जबकि वास्तविक चांवल दो हिस्सों में आसानी से टूट जाता है। इसके अलावा चांवल पकाते समय बनावटी चांवल पानी में तैरते रहता है जो पकने उपरांत लसलसा जैसा हो जाता है। ग्रामीणों का दावा है कि जो मिलावटी चांवल है वह प्लास्टिक का बना है। अब ऐसे में यह बेहद गंभीर पहलू है कि पीडीएस के चांवल में भारी मात्रा पे जो प्लास्टिकनुमा बनावटी चांवल की मिलावट की गई है वह मानव स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ व जीवन के लिए संकट पैदा करने जैसा है। बनावटी चांवल के इस मिलावट ने खाद्य विभाग के निष्क्रियता की पोल भी खोलकर रख दी है, जो समय- समय पर पीडीएस खाद्यान्न के क्वालिटी स्तर की जांच के बजाय कुम्भकर्णीय निंद्रा में लीन है। ग्राम पंचायत जेमरा के स्थानापन सरपंच भंवर सिंह ने बनावटी मिलावट चावल के मामले को संज्ञान में लिया है तथा ऐसा कृत्य कहां से किया गया है इसकी सूक्ष्म जांच की अपेक्षित मांग जिला प्रशासन से की है। बनावटी चांवल के मिलावट का यह खेल पाली विकासखण्ड के लिए आबंटित चांवल में ही की गई है या फिर जिले के अन्य विकासखंडों में भी यही हालात है, यह भी जांच का विषय है। देखना है कि जिला प्रशासन द्वारा इस बेहद गंभीर मामले को कबतक अपने संज्ञान में लिया जाता है तथा क्या कार्यवाही करती है.?