कोरबा : जिला पंचायत सीईओ ने सचिव को दिया रिकवरी का नोटिस… SBM और CSR से शौचालय निर्माण में गड़बड़ी का मामला…
कोरबा। जनपद पंचायत कोरबा के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत सिमकेंदा में शौचालय निर्माण में धांधली के मामले में तत्कालीन सचिव और सरपंच से 30 लाख 24 हजार की वसूली की जाएगी। यह आदेश जांच के बाद जिला पंचायत सीईओ ने दिया है। जिला पंचायत कार्यालय से नोटिस जारी होने के बाद शौचालय निमार्ण में गड़बड़ी करने वाले सचिवों में हड़कंप मच गया है।
जनपद पंचायत कोरबा के अधीनस्थ आने वाले सिमकेंदा में स्वच्छ भारत मिशन और सीएसआर (Corporate Social Responsibility ) के तहत 252 शौचालय रकम तो निकला पर ग्रामीणों का शौचालय नहीं बना है। इस ममाले में शिकायत के बाद शौचालय निर्माण में तत्कालीन पंचायत सचिव सुरेश खूंटे और सरपंच पर फर्जीवाड़ा कर राशि आहरण का आरोप लगा। शिकायत पर जाँच भी हुई जाँच के बाद शौचालय निर्माण में गड़बड़ी का आरोप सही पाया। जाँच रिपोर्ट के आधार पर गबन की राशि जमा करने का फरमान जारी हुआ तो गबन के आरोपी सचिव ने पंचायती राज विभाग से सांठगांठ कर मामले को रफा दफा करने का प्रयास किया। अब जब नए सीईओ ने नए सिरे से काम काज की समीक्षा शुरू की तो पुराने मामले फिर से उजागर हुआ है। शौचालय निर्माण में ब्यापक स्तर पर हुई गड़बड़ी के बाद एक बार फिर विवादित सचिव सुरेश खूंटे को नोटिस जारी किया है।
एक मामला सुलझा नहीं दूसरा भी उजागर
सरकारी धन को लुटने में माहिर सचिव जंहा जंहा पग धरे है वंहा वंहा बंटाधार हुआ है। ताजा मामला जनपद कोरबा के चाकामार पंचायत का है जंहा सरपंच ने विवादित सचिव पर आरोप लगते हुए कहा है कि सचिव ने सरपंच का पेय डाटा में फर्जी हस्ताक्षर कर वेतन आहरण कर लिया है । फर्जी हस्ताक्षर से भी रकम आहरण करने के मामले में जिला सीईओ ने जाँच के आदेश दिए है। सीईओ के आदेश बाद सबकी निगाहे जाँच पर टिकी है। हलाकि शातिर सचिव ने भी मामले को रफा दफा करने का जुगाड़ लगाकर सरपंच पर दबाव बनाने का आरोप लगाया है।