यू ए ई में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी, : घटना कांकेर सिटी कोतवाली क्षेत्र की परन्तु पुलिस ने मामले को बाहरी बताकर संज्ञान लेने से किया इंकार.
यू ए ई में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी,
घटना कांकेर सिटी कोतवाली क्षेत्र की परन्तु पुलिस ने मामले को बाहरी बताकर संज्ञान लेने से किया इंकार..
बड़े शातिराना अंदाज में महाराष्ट्र निवासी दो महिलाओं और एक पुरुष की ठग गैंग ने दिया वारदात को अंजाम…
कांकेर- आज के दौर में एन-केन प्रकारेण पैसे कमाने की फिराक में लगे लोग किस-किस तरह की चालबाजी करते है। इसका ज्वलंत उदाहरण छत्तीसगढ़ राज्य के कांकेर नगर में घटी एक घटना है। यहां महाराष्ट्र राज्य के रत्नागिरी जिले से शहर अपने किसी परिचित के घर आए ठग गैंग ने हाल मुकाम कांकेर निवासी एक व्यक्ति गौरव चंद्र प्रधान पिता श्रीकार प्रधान स्थाई पता फोर लेन रोड वार्ड क्रमांक 18 कस्तूरी नगर रायगढ़ा से बहरीन यू ए ई में अच्छी नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपयों की ठगी की है।
घटना के बारे में बताते हुए पीड़ित श्री प्रधान जो उड़ीसा राज्य से शहर आकर बावर्ची का काम करते हैं,ने मीडिया को बताया कि जुलाई 2020 को कांकेर शहर में अपने किसी परिचित से मिलने आई गैंग की मुख्य सरगना श्रीमती सहेर आसमा शेख पति आसिफ कड़वाईकर और सहयोगी ठग शेख अकील मुस्ताक (बाबा)से किसी तरह से उसका परिचय हो गया। परिचय के दौरान उक्त शातिर दिमाग औरत ने उसके बनाये खाने की प्रशंसा करते हुए,कहा कि आप इतना अच्छा खाना बनाते है तो यहां छोटी सी नौकरी क्यों कर रहे है? मेरे पति आसिफ कड़वाईकर यू ए ई के बहरीन शहर में एक प्रतिष्ठित रेस्टोरेंट में अच्छी जगह पर सेवा रत है। आप चाहें तो वो आपकी नौकरी वहां 80 हजार रु महीने की भारतीय करेंसी तथा रहना-खाना मुफ्त में लगवा सकती हूं। बस आपको पासपोर्ट और यूनाइटेड अरब अमीरात की स्थाई वीजा प्राप्त करने के लिए कुल 7 लाख 50 हजार रु.खर्चने होंगे। इतनी रकम की व्यवस्था अगर आप कर लेंगे तो वो यह सब काम बाबा मुश्ताक के माध्यम से करवा कर आपको बहरीन में नौकरी दिलवा देंगी।
अपनी लच्छेदार बोली में उक्त ठग महिला ने पीड़ित को कुछ इस तरह फांस लिया कि पीड़ित ने उज्जवल भविष्य की चाह में अपनी जमा पूंजी के अलावा पत्नी के गहने गिरवी रखकर चार परिचितों के समक्ष उक्त ठग गैंग की सरगना को साढ़े सात लाख रु नगद दे दिए।
रकम प्राप्ति के बदले ठग महिला ने करीब एक माह बाद बाकायदा नोटरी कर एक स्टाम्प में पावती बनाते हुए डाक से पीड़ित के वर्तमान पते पर भेज दिया।
पावती देने के कई महीनों तक नौकरी दिलाने के नाम पर झोलझाल करने वाली शैतान दिमाग महिला पर जब पीड़ित रकम वापसी का जोर डालने लगा तो ठगबाज महिला ने जानबूझकर धोखा देने की नीयत से उसे 7.50 लाख रु रकम भर का यूनियन बैंक का एक चेक भेज दिया। जिसे पीड़ित ने अपने खाते में लगाया तो कुछ दिन बाद उसे जानकारी मिली कि महिला के खाते में रकम नही होने की वजह से उसका दिया हुआ चेक अनादरित हो गया है। इसके बाद भी पीड़ित ने ठगबाजों से अपनी दी हुई रकम वापस मांगने का प्रयास जारी रखा। कुछ दिन घुमाने के बाद ठगों ने उसे फटकारते हुए कहा कि तुम्हारी रकम डूब गई हम तुम्हे कोई पैसे नही देंगे जाओ जो करना है कर लो।
इस तरह पीड़ित बावर्ची प्रधान को अपने ठगे जाने का एहसास हो गया। चुकी ठगी की पूरी घटना कांकेर शहर में घटित हुई थी। इसे ध्यान में रखते हुए पीड़ित ने 17 नवम्बर 2021 को पुलिस अधीक्षक कांकेर के नाम एक लिखित आवेदन दे कर कांकेर पुलिस से ठगबाजी करने वाले उक्त
गिरोह की महिला सरगना श्रीमती सहेर
और उसकी महिला सांथी आसमा
और मुस्ताक बाबा
के विरुद्ध उचित कानूनी कारवाही की मांग की।
इस पर कोतवाली पुलिस कांकेर ने घटना क्रम को बाहरी बताते हुए पिड़ीत के बताए अनुसार कार्यवाही करने से इंकार कर दिया। कांकेर पुलिस से अपेक्षित सहयोग न मिल पाने पर पीड़ित गौरव प्रधान बेहद निराश है। वही उन्हें इस बीच यह जानकारी भी मिली कि उनसे छल करने वाले इसी ठग गैंग ने नागपुर निवासी एक विधवा महिला फरजाना नरेश गोंडा से भी यू ए ई में नौकरी दिलाने के नाम पर करीब 15 लाख रु की ठगी कर चुकी है। उन्हें भी ठग गैंग ने दो चेक दिए थे जो अनादरित हो गए थे। इसके बाद पीड़िता ने भी उक्त शातिर दिमाग बदमाशों के खिलाफ सम्बन्धित थाने में एक लिखित शिकायत दर्ज करवाई है।
ठगी की इस बड़ी घटना की सूचना देने के बावजूद में कांकेर पुलिस से अपेक्षित सहयोग नही मिल पाना दुःखद है* – पीड़ित गौरव चन्द्र प्रधान
उड़ीसा राज्य के रायगड़ा शहर से छ्ग के कांकेर नगर में रोजी रोटी कमाने यायें महत्वाकांक्षी और मेहनती बावर्ची श्री प्रधान का कहना है कि उन्होंने विभिन्न समाचार पत्रों में पढ़ा है कि छ ग राज्य के गृह मंत्री और पुलिस के प्रमुख डी जी पी साहब ने स्पष्ट रूप से पुलिस विभाग के अफसरों को निर्देश देते हुए कहा है कि राज्य में साइबर अपराध,ठगी,चिटफंड जैसे अपराधों की सूचना को गम्भीरता से लेते हुए पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिहाज से फौरन उचित कारवाही करें। परन्तु उन्हें लगता है कि कांकेर पुलिस अपने ही विभाग के प्रमुख और राज्य के गृह मंत्री के आदेशों को गंभीरता से नही लेती है। शायद इसीलिए उनके साथ कांकेर नगर में ही घटी ठगी की उक्त गम्भीर घटना को लेकर पुलिस ने उनके पक्ष में अब तक कोई कार्यवाही नही की है।। वे सुनहरे भविष्य की चाह में उक्त आदतन ठग गैंग के प्रलोभनों की शिकार होकर अपनी समस्त जमा पूंजी के अलावा पत्नी के गहने गंवा चुके है। ऐसे में कांकेर पुलिस से उन्हें यथोचित सहयोग नही मिल पाना बेहद तकलीफ दायक विषय है।