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गेवरा से पेंड्रा रेल कॉरिडोर निर्माण के लिए ठेकेदार द्वारा की गई अवैध खुदाई की राजस्व अमले ने की जांच, मौके से पोकलेन सहित 03 वाहन जब्त, सेटलमेंट के तेज प्रयास के साथ अब प्रशासनिक कार्रवाई का इंतजार…

गेवरा से पेंड्रा रेल कॉरिडोर निर्माण के लिए ठेकेदार द्वारा की गई अवैध खुदाई की राजस्व अमले ने की जांच, मौके से पोकलेन सहित 03 वाहन जब्त, सेटलमेंट के तेज प्रयास के साथ अब प्रशासनिक कार्रवाई का इंतजार

कोरबा:-कोरबा जिले के वनांचल में रेल कॉरिडोर के लिए की गई अंधाधुंध खुदाई की खबर लगाए जाने के बाद जिले का राजस्व अमला सक्रिय हुआ और स्थल पर जाकर अवैध तरीके से की गई खुदाई की नाप- जोख की। राजस्व अमला इसकी रिपोर्ट खनिज विभाग को सौंपेगा, जिसके द्वारा क़ानूनी प्रावधान के तहत संबंधित फर्म के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

बता दें कि कोरबा जिले के गेवरा से पेंड्रा रोड के बीच 130 किलो मीटर लंबी रेल लाइन का निर्माण इरकॉन इंटरनेशनल लिमिटेड के माध्यम से आर एम एन इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड नामक फर्म द्वारा किया जा रहा है। तथा ग्राम बरतराई के पास से होकर गुजर रहे रेलवे ट्रैक निर्माण पर मिटटी की फीलिंग की जा रही है, जिसके लिए आसपास के गावों की सरकारी जमीन की खुदाई बड़े पैमाने पर की गई है। जहां ठेकेदार द्वारा कुछ किसानों को लालच देकर उसकी जमीन पर खुदाई शुरू की गई और फिर एक बड़े भूभाग को बेतहाशा तरीके से खोद दिया गया। इस खुदाई के चलते यहां विद्युत प्रवाहित 03 हाईटेंशन टॉवर के अलावा दर्जनों पेड़ अधर में लटक गए हैं। ठेकेदार द्वारा सरकारी जमीन की खुदाई के लिए खनिज विभाग की कोई अनुमति नहीं ली गई, और ना ही राजस्व अमले ने इस ओर ध्यान दिया, वहीं यहां से मिटटी की ढुलाई के लिए वन विभाग की जमीन का इस्तेमाल किया जा रहा। जिस पूरे मामले को खबर के माध्यम से सामने लाया गया।

खुदाई स्थल को खोजने में लग गया पूरा दिन, और मिल गया नया स्पॉट

रेल कॉरिडोर निर्माण के लिए अवैध खनन से संबंधित खबर को उच्चाधिकारियों ने गंभीरता से लिया और मैदानी अमले को इसका पता लगाने को कहा। मगर राजस्व अमला पूरे दिन पोड़ी- उपरोड़ा के अलग-अलग इलाकों की खाक छानता रहा, लेकिन वह स्पॉट नहीं मिला, जहां की खबर हमने लगाई थी। हां, इस दौरान यहां के ग्राम अमलडीहा के आसपास भी इसी तरह की बेतहाशा खुदाई का नजारा देखने को मिल गया। इसके बाद यहां के पटवारी को इस नए स्थल की खुदाई की रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया गया।

हाईटेंशन टावर के किनारे खुदाई से हुए गड्ढे को रातों-रात पाटने की हुई कोशिश

इधर राजस्व अमला स्पॉट को खोजने में लगा रहा, और उधर ठेकेदार के कर्मचारी रात के अंधेरे में पूरी रात गाड़ियों में मिट्टी ढोकर बिजली के हाईटेंशन टॉवर किनारे तक मिट्टी खोदाई कर किये गए गड्ढे को समतल करने में जुटे रहे। बीते 02 फरवरी को खुदाई स्थल की जानकारी मिलने पर पोड़ी उपरोड़ा एसडीएम कौशल तेंडुलकर के नेतृत्व में राजस्व अमला ग्राम बरतराई पहुंचा। फिर यहां आसपास के कई इलाकों में बड़े पैमाने पर की गई अवैध खुदाई की तहसीलदार के.के. लहरे के उपस्थिति में पूरी तरह से नाप-जोख की गई।

पोकलेन समेत 3 वाहन किये गए जब्त

एसडीएम श्री तेंडुलकर के नेतृत्व में ग्राम बरतराई पहुंची राजस्व टीम को इस गांव में ही ठेका फर्म की साईट का पता चला, जहां खड़े 2 हाइवा ट्रक और खुदाई में इस्तेमाल की जाने वाली पोकलेन मशीन को जब्त कर लिया गया है और खुदाई की पूरी रिपोर्ट तैयार की जा रही है। वहीं जिन 3 टॉवर के आसपास मनमाने खुदाई की गई है, उस भूभाग को मिटटी से पाट कर समतल करने ठेकेदार को कहा गया है।

पेड़ों को हुए नुकसान का होगा आंकलन

इस संबंध पर एसडीएम ने बताया कि अधिकांश खुदाई राजस्व की जमीन पर हुई है। जिसकी किसी भी तरह की अनुमति नहीं ली गई है। वहीं किसानो अथवा राजस्व की जमीन पर खुदाई से जितने भी पेड़ों को नुकसान हुआ है, उसका आंकलन किया जायेगा। वहीं जो पेड़ अधर में लटक गए हैं, उसको कैसे सुरक्षित किया जाये इसका भी प्रयास किया जायेगा। इस दौरान मौके पर उपस्थित बिना अनुमति खुदाई से प्रभावित किसानों ने भी उनकी जमीन समतल करवाने की मांग एसडीएम से की है।

माइनिंग विभाग करेगा कार्रवाई

इस पूरे मामले में रिपोर्ट मिलने के बाद माइनिंग विभाग ठेका फर्म के खिलाफ कार्रवाई करेगा। एसडीएम श्री तेंडुलकर ने बताया कि वे जल्द ही रिपोर्ट विभाग को भेज देंगे। वहीं उप संचालक खनिज एसएस नाग ने बताया कि उन्होंने ही राजस्व विभाग को अवैध खुदाई की रिपोर्ट तैयार करके भेजने को कहा था, शासन के नियमों के तहत इस मामले में ठेका फर्म के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

सोया हुआ है पावर ग्रिड का अमला

पोड़ी उपरोड़ा के ग्राम बरतराई के आसपास हुई खुदाई से जिन 03 टॉवर को खतरा पैदा हो गया है, वह पॉवर ग्रिड का बताया जा रहा है। मगर इस यूनिट के अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं है, तभी तो पॉवर ग्रिड से कोई भी अधिकारी या कर्मचारी यहां तक नहीं पहुंचा है। कोरबा जिले में पॉवर ग्रिड का ऑफिस भैसमा उप तहसील इलाके में संचालित है, जहां मेंटेनेंस की टीम पर इसकी जिम्मेदारी होती है। मगर यह टीम इतनी छोटी है कि वो 6 महीने में एक बार अपने टॉवर के हालात जानने के लिए निकलती है। बरतराई के इलाके से सीएसईबी और एस्सार के टॉवर भी गुजरते हैं, मगर खुदाई स्थल से लगे टॉवर सीएसईबी के नहीं हैं, एस्सार के टॉवर की जानकारी फ़िलहाल सामने नहीं आयी है।

राजस्व व खनिज अधिकारियों से ठेकेदार सेटलमेंट करने का कर रहा प्रयास

इस मामले की खबर सामने आने तथा राजस्व अमले द्वारा कार्रवाई के बाद संबंधित ठेका फर्म द्वारा राजस्व और खनिज अमले से सेटलमेंट का प्रयास तेज कर दिया गया है, ताकि कार्रवाई हो तो कम जुर्माने से काम चला लिया जाये। वहीं कटघोरा क्षेत्र के कुछ स्थानीय मीडिया को भी सेट करने की कोशिश की खबर भी सामने आ रही है। प्रयास किया जा रहा है कि यह खबर कहीं और न लगे और मामला हाइलाइट न हो। तथा अंदर ही अंदर कार्रवाई सुलझ जाए। बहरहाल इस एक अवैध खुदाई के चलते इरकॉन के ठेकेदार द्वारा दूसरे इलाकों में की गई खुदाई भी सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि अमलडीहा के अलावा दूसरे स्थानों पर भी अवैध तरीके से बेतहाशा खुदाई हुई है, जिसके लिए इलाके के पटवारियों को दिशा- निर्देश जारी कर दिया गया है। इस मामले में ठेकेदार के ऊपर जुर्माने की कार्रवाई तो की जाएगी। मगर ऐसा न हो कि वह भी सुनियोजित तरीके से महज खानापूर्ति हो। दूसरी ओर पेड़ों के अधर में लटक जाने के मामले में दोनों विभाग अब भी वन विभाग पर जिम्मेदारी थोप रहे हैं, देखना है कि वन अमला इस मामले में कार्रवाई के लिए आगे आता है या नहीं।