गौरेला पेंड्रा मरवाही: जनपद पं.मरवाही के बहुचर्चित डीएससी घोटाला में जांच की मांग..
जीपीएम के जनपद पं.मरवाही के बहुचर्चित डीएससी घोटाला
कई करोड़ रुपये के फर्जीवाड़े मे निम्न तरह से जांच हो तो तत्काल नीर-क्षीर हो जायेगा,,इस घोटाले ने जीपीएम को बुरी तरह अशांत कर रखा है,,,जांच के बिंदु……
(1)आरोपी ब्यक्ति का फर्म/ऐजेंसी/दुकान कहां है और कब से संचालित है,अब किस स्थिति मे है?-का भौतिक सत्यापन और खाता बही की सूक्ष्मतम जांच हो..
(2)DSC से राशि आहरण का यह घोटाला लाक डाऊन अवधि मे किया गया है,लाकडाऊन अवधि मे सभी तरह के निर्माण कार्य जब पूर्णतः बंद थे यहां तक कि एक एक ब्यक्ति का निकलना भी बंद था तब कौन सा शासकीय निर्माण कार्य स्वीकृत हुआ और कौन सा कार्य शुरु था/पूर्ण हुआ?उक्त तिथि का मूल्यांकन/सत्यापन,मस्टल रोल,आदि पंजियों की सूक्ष्मतम जांच हो।
(3)आरोपी ने किन मजदूरों से,किन चालकों से,किन वाहनों से सामग्रियों की आपूर्ति संबंधित भुगतानकर्ता पंचायतों को किया-की सूक्ष्मतम जांच हो।
(4)आरोपी ने अपने फर्म मे किन किन फर्मों से उन सामग्रियों की आपूर्ति कराई उन फर्मों और परिवहन कार्य ले रत वाहनों और श्रमिकों के नाम-सत्यापन आदि की सूक्ष्मतम जांच हो।
(5)आरोपी ब्यक्ति के फर्म का आयकर-विक्रयकर आदि की सूक्ष्मतम जांच हो,करोड़ों रुपये जिस फर्म के खाते मे अंतरित हुए हैं उस फर्म ने कितने रुपये का आयकर,विक्रयकर शासन को अदा किया है की सूक्ष्मतम जांच हो,,,आदि आदि।
यदि इन बिंदुओं की सूक्ष्मतम जांच हो तो एक बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हो सकेगा।