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कोरबा: भ्रष्टाचार में डूबा कटघोरा वनमंडल ,लैंटाना उन्मूलन के नाम करोड़ों डकार गए वन अधिकारी…

लैंटाना उन्मूलन के नाम लाखों डकार गए वन अधिकारी

 

 

वनों को लैंटाना रूपी कैंसर से बचाने के लिए जारी लाखों रुपये डकार कर कागजों में झाड़ियों का सफाया कर दिया गया। संरक्षण में ही अधिकारी/रेंजर कागजों में उन्मूलन कार्यो को अंजाम देकर लाखों रूपए के वारे-न्यारे कर चुके हैं।

कोरबा: बिलासपुर वनवृत्त का कटघोरा वन मंडल भ्रष्टाचार को लेकर सुर्खियों में रहा है चाहे वह विधानसभा में गलत जानकारी देने का मामला हो या हाईकोर्ट में जानकारी देने की बात हो या काम कराकर भुगतान लंबित रखने की बात हो। यहां अधिकारी वर्षों से पदस्थ रहकर भ्रष्टाचार को अंजाम देते आ रहे हैं क्योंकि संरक्षण राजधानी से प्राप्त है फिर भले ही सरकार की किरकिरी क्यों न हो।

स्टॉप डेम घोटाला,फर्जी मजदूरी का भुगतान, नरवा विकास योजना में बिना मटेरियल गिराए भुगतान, घटिया क्वालिटी का हाई टेक सीमेंट उपयोग कर निर्माण घोटाला, तालाब घोटाला, बाजार भाव से काफी कम दर पर मटेरियल खरीदी का टेंडर के नाम पर बिना मटेरियल सप्लाई के ही करोड़ों का भुगतान के मामले से सुर्खियां बटोर रहे कटघोरा वन मंडल में अब लैंटाना घोटाला की सुगबुगाहट है।

विभागीय पुष्ट सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 2019-2021 के मध्य में लैंटाना उन्मूलन के नाम पर लाखों- करोड़ों की स्वीकृति शासन द्वारा प्रदान की गई थी। इसी कड़ी में कोरबा जिला खनिज संस्थान न्यास DMF मद से कटघोरा वन मंडल के ऐतमानगर एवं केंदई रेंज में लेंटाना उन्मूलन के लिए करीब एक करोड़ 20 लाख रुपए की राशि जारी की गई। इस राशि से महज कुछ रुपए खर्च कर लैंटाना का कथित तौर पर उन्मूलन कर दिया गया और बाकी राशि कागजों में काम दर्शा कर गड़प कर ली गई। अब लेंटाना तो एक ऐसा पौधा है जो कभी खत्म नहीं हो सकता लेकिन उसकी आड़ में सरकारी धन की बंदरबांट जरूर हो रही है। कटघोरा के साथ-साथ दूसरे वन मंडल भी इस घोटाला में संलिप्त हैं। लैंटाना झाड़ियों को सफाया कर पौधों का विकास मार्ग प्रशस्त करना है लेकिन परिक्षेत्रों के जंगल में ऐसा कुछ नहीं होने की जानकारी मिली है।

0 क्या है लैंटाना उन्मूलन कार्य

जानकारी के अनुसार लैंटाना कंटीली प्रजाति की झाड़ी है। इसे वनों का कैंसर माना जाता है। यह पौधों के लिए काफी नुकसानदायक होता है। वन क्षेत्रों में इसका फैलाव होने पर पौधों का विकास रुक जाता है। पौधों के बेहतर विकास के लिए लैंटाना झाड़ियों का सफ़ाया अभियान चलाया जाता है जिसे जड़ों से काटकर जलाने या गड्ढा खोदकर नष्ट करने की प्रक्रिया है लेकिन विभाग के द्वारा ऐसा कुछ नहीं किया गया। सिर्फ खानापूर्ति कर राशि की बंदरबाट कर ली गई। कोरबा वन मंडल भी इससे अछूता नहीं है।