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कटघोरा: सप्ताह भर में बिजली व्यवस्था दुरुस्त करें वरना होगा उग्र आंदोलन: सुमित दुहलानी कांग्रेस नेता..

कटघोरा: सप्ताह भर में बिजली व्यवस्था दुरुस्त करें वरना होगा उग्र आंदोलन: सुमित दुहलानी कांग्रेस नेता

 

 

कटघोरा: कटघोरा में बिजली गुल मीटर चालू की तर्ज पर जिले में बिजली की आंख-मिचौली से सभी परेशान हैं। शाम के बाद जरा सी हवा चलते ही पावर कट हो जाता है रोज की हो चली इस समस्या से हर कोई तंग है। गर्मी का मौसम शुरू होने के साथ ही अपने स्वरूप को दिखाने लगा है। वहीं दूसरी ओर बिजली विभाग की अव्यवस्था तकलीफ को बढ़ाने वाली साबित हो रही है। कटघोरा बिजली विभाग की लापरवाही भी खुलकर सामने आ रही है विभाग के कर्मचारी , इंजीनियर ,जूनियर इंजीनियर ,मुख्यालय में नही रहते है.जिसकी वजह से नगरवासियों को बिजली की समस्या से जूझना पड़ रहा है.

विद्युत विभाग की मेंटेनेंस संबंधी लापरवाही का खामियाजा

कटघोरा में विद्युत मेंटेनेंस के कार्य में लापरवाही और भ्रष्टाचार की समस्या सामने आती रही है। गुणवत्ताहीन सामानों का उपयोग किया जाना भी कई मौकों पर सामने आया है जिसके कारण विद्युत उपकरण लंबे समय तक टिकाऊ होने की बजाय जरा सा लोड पड़ने पर खराब हो रहे हैं। इस तरह की अवस्थाओं का खामियाजा घंटों और दिनों तक बिजली गुल होने के रूप में जनता को भुगतना पड़ रहा है। बत्ती गुल है लेकिन मीटर चालू है। बिजली रहे या ना रहे, घर में उपकरण जले या ना जले लेकिन बिजली बिल तो बराबर आएगा

हर साल मेंटेनेंस पर पानी की तरह बहाते हैं फंड

कांग्रेस नेता ने कहा की कोरबा जिला को पूरा देश ऊर्जा नगरी के नाम से जानता है। जिले के कटघोरा में आए दिन निर्मित हो रही पावर कट की समस्या से दिया तले अंधेरा की कहावत चरितार्थ हो रही। इसके जिम्मेदार बिजली विभाग के अधिकारी व कर्मचारी हैं। जिले के अधिकांश इलाकों में में बार-बार बिजली बंद होने की शिकायत आम हो चली है। विभाग प्रतिवर्ष गर्मी एवं वर्षा से पूर्व मेंटेनेंस के नाम पर मोटी रकम खर्च की जाती है। इसके बाद भी स्थिति जस की तस है। गर्मी के मौसम में दोपहर व रात में घंटों बिजली बंद होने से आम जन-मानस को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है

फ्यूज काल सेंटर में नहीं उठाते फोन, अक्सर विवाद

युकां नेता ने बताया कि अधिकारी-कर्मचारी व ठेकेदार की सांठ-गांठ से बड़े स्तर में भ्रष्टाचार किए जा रहे। रखरखाव के लिए काम जारी होता है और मेंटेनेंस में खर्च किए जाते हैं। तब भी स्थिति जस की तस रहती है। थोड़े से ओवरलोड व हवा चलने पर घंटों लाइट बंद हो जाती है इसका एक सबसे बड़ा कारण गुणवत्ता विहीन सामग्रियों का उपयोग भी है। बिजली विभाग के कर्मचारी, इंजीनियर, जूनियर इंजीनियर मुख्यालय में नही रहते है.. जब इसकी शिकायत करने फ्यूज काल सेंटर में फोन किया जाता है, तो अधिकांश समय फोन लगते या रिसीव ही नहीं किया जाता। इससे कई बार लोगों व कर्मियों के बीच विवाद की स्थिति भी निर्मित होती है।

कांग्रेस के युवा नेता सुमित दुहलानी ने जिम्मेदार अधिकारियों को यह चेतावनी भी दी है कि यदि शीघ्र ही इन सभी समस्याओं का निराकरण नहीं किया जाता है तो युवा कांग्रेस उग्र आंदोलन को बाध्य होगा। जिसकी समस्त जिम्मेदारी बिजली विभाग के अधिकारियों की होगी।