Chattisgarh: वन विभाग में प्रभारवाद: वन मंत्री और पीसीसीएफ से नही संभल रहा विभाग….संजय त्रिपाठी पर कब होगी कार्यवाही…
वन विभाग में प्रभारवाद: वन मंत्री और पीसीसीएफ से नही संभल रहा विभाग….संजय त्रिपाठी पर कब होगी कार्यवाही…
Marwahi: मरवाही वन मंडल में आर्थिक अनियमितता के आरोपों से घिरे और विवादित संजय त्रिपाठी आज भी मरवाही वन परिक्षेत्र में एसडीओ बनकर बैठे हुए है..
वन परिक्षेत्र मरवाही में एसडीओ संजय त्रिपाठी और उनके चहेते रेंजर दरोगा सिंह के द्वारा शासन को लाखों करोडों रुपयों का नुकसान पहुँचाया गया जिसकी जानकारी विभाग के लगभग सभी उच्चाधिकारियों से लेकर मंत्री तक सभी को है … सीसीएफ राजेश चंदेले से लेकर पीसीसीएफ राकेश चतुर्वेदी, वन मंत्री मोहम्मद अकबर सभी को संजय त्रिपाठी के काले कारनामों की पूरी जानकारी होने के बाद भी आज तक इनके ऊपर किसी प्रकार का कार्यवाही का ना होना… राज्य सरकार के मंत्रियों की कार्यशैली पर सवाल खड़े करता है
विगत कई वर्षो से संजय त्रिपाठी व दरोगा सिंह मरावी मरवाही में ही बरकरार है. जबकि इनकी शिकायत कांग्रेस के जिलाध्यक्ष से लेकर विधायक तक सत्ता पक्ष के साथ विपक्ष के नेता एवं आम जनता तक कर चुके है पर संजय त्रिपाठी की कुर्सी आज तक हिल नही सकी यही कारण है कि इनके द्वारा लगातार अपने काले कारनामों को लगातार गति प्रदान किया जाता रहा है…
एसडीओ संजय त्रिपाठी साल 2013 से मरवाही वनमडल में बतौर रेंजर और एसडीओ पदस्थ है। इस दौरान उन पर करोडो रुपये बोगस भुगतान, पौधरोपण और कैम्पा मद में भ्रष्टाचार के आरोप लगे। स्थानीय कांग्रेसी नेताओ वन मंत्री से शिकायत कर मरवाही वनमंडल से हटाने और उनके कार्यकाल में हुए कार्यो की जाँच की मांग कर डाली। शिकायतों की सत्यता पाए जाने पर साल 2020 में मुख्यमंत्री सचिवालय ने एसडीओ संजय त्रिपाठी को हटाने का आदेश सचिव वन विभाग को दिया पर साल भर बाद भी आदेशों का पालन नहीं हुआ है, उल्टे 31 अगस्त को उन्हें प्रभारी वनमंडलाधिकारी बना दिया गया था ।अब पुनः उन्हें मरवाही में एसडीओ बनाकर बैठाया गया है…
नियमो की बात तो दूर ….भ्रष्टाचार व बेशर्मी की सारी हदें पार करते हुए वन विभाग के उच्च अधिकारियो को संजय त्रिपाठी द्वारा किए गए घोटाले से कोई मतलब नहीं है.. उन्हें केवल अपने कमीशन से मतलब है।।