जनपद पंचायत गौरेला; सीईओ यशपाल की उदासीनता या भ्रष्टाचार में संलिप्तता ?
जनपद पंचायत सीईओ गौरेला यशपाल की उदासीनता या भ्रष्टाचार में संलिप्तता ?
जीपीएम: जिले के जनपद पंचायत गौरेला में सीईओ यशपाल की उदासीनता के कारण जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायतों में भारी अनियमितता एवं भ्रष्टाचार को पंचायत के सरपंच/सचिव एवं ठेकेदारों के द्वारा किया जा रहा है सीईओ की उदासीनता या संलिप्तता ये तो जाँच का विषय है लेकिन फिलहाल गौरेला जनपद के ग्राम पंचायतों में हो रहे निर्माण कार्यों में सूचना पटल का न होना ये दर्शाता है कि ठेकेदारों एवं सरपंच/सचिव द्वारा निर्माण कार्य मे भ्रष्टाचार करने एवं शिकायत से बचने के लिए निर्माण स्थल पर सूचना पटल कार्य के निर्माण के दौरान नही बनाया जाता ताकि आम जनता को पता हि न लग सके कि
निर्माण कार्य किस मद से है?
उसकी लागत राशि क्या है?
अब सवाल ये उठता है कि जनपद पंचायत में सीईओ की क्या जिम्मेदारी है अगर इस तरह की गतिविधियां हो रही तो क्या उन्हें पता ही नहीं और यदि उन्हें पता होते हुए भी ये सब हो रहा है तो भ्रष्टाचार में उनकी संलिप्तता साफ दिखाई देता है बहरहाल बात जो भी हो लेकिन ये तो स्पष्ट है इन सभी की जिम्मेदारी सीईओ की है अब इसे उनकी उदासीनता कहें या भ्रष्टाचार में उनकी संलिप्तता ये तो जाँच का विषय है लेकिन भ्रष्टाचार को रोकने के लिए तत्काल जिला प्रशासन को ऐसे उदासीन सीईओ को हटा कर एक तेज़ तर्रार और ईमानदार अफसर को सीईओ की जिम्मेदारी देने की आवश्यकता है !