मुख्य वन संरक्षक राजेश चंदेले ने लिपिक को नियम विरुद्ध बिना विभागीय जांच दबाव डाल कराया बर्खास्त….
मुख्य वन संरक्षक राजेश चंदेले ने लिपिक को नियम विरुद्ध बिना विभागीय जांच दबाव डाल कराया बर्खास्त
गौरेला पेंड्रा मरवाही; मरवाही वन मंडल में फैला भ्रष्टाचार अपने आप में इतिहास बनाने जा रहा है, कुछ वर्षो में भ्रष्टाचार शब्द को मरवाही के नाम से जाना जाएगा.. ताजा मामला मरवाही वन मण्डल के लिपिक परमेश्वर गुर्जर का है इस मामले में नया तथ्य सामने आ रहा है कि संजय त्रिपाठी ने एक भाजपा नेता के शिकायत से कांग्रेसी परिवार से ताल्लुक रखने वाले लिपिक परमेशर गुर्जर को मुख्य वन संरक्षक राजेश चंदेले से वर्तमान डीएफओ पर द्वबाव बनाकर बर्खास्तगी का आदेश कराया गया है !
इस प्रकरण में पीड़ित लिपिक ने बताया कि मामले में न तो विभागीय जाच कराई गई न ही मुझे आरोप पत्र दिया गया आश्चर्य की बात यह है कि एक मुख्य वन संरक्षक स्तर के अधिकारी को यह पता नही की किसी भी कर्मचारी की बर्खास्तगी की प्रक्रिया क्या है नियमता संबंधित कर्मचारी के ऊपर विभागीय जांच होता है और आरोप पत्र कर्मचारी को दिया जाता है लेकिन मुख्य वन संरक्षक को इतनी जल्दी थी कि एक सूचना भी न दिलवाकर डीएफओ के ऊपर दबाव डाल बर्खास्त करने का आदेश जारी करवाया गया है !