कटघोरा- करोडो के निर्मित बाजार शेड को छोडकर शब्जी व्यापारी लगा रहे मुख्य मार्ग मे दुकान प्रशासनिक अनदेखी का नतीजा मुख्य मार्ग मे लगता है जाम…..
कटघोरा हिमांशु डिक्सेना : कटघोरा नगर में अन्य दिनों के अलावा रविवार को साप्ताहिक बाजार लगता है। लॉकडाउन के पहले भी नगर का साप्ताहिक बाजार, बाजार मोहल्ला में बने दुकानों व मुख्य मार्ग पर लगता था। कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए साप्ताहिक बाजार लगाने पर प्रशासन ने प्रतिबंध लगा दिया था लॉकडाउन में समाप्त होने के बाद भी साप्ताहिक बाजार लगाने की नही मिली है बावजूद कटघोरा नगर में गायत्री मंदिर के सामने व मुख्यमार्ग में सब्जी बेचने वालों ने सड़क के किनारे दुकानें लगाकर सब्जी बेचना शुरू कर दिया है। नगर के मध्य से गुजरने वाले मुख्य मार्ग पर जाने वाले मार्ग के किनारे सब्जी की दुकानें लग रहने से आय दिन दुर्घटना की आशंका बनी रहती हैं। मुख्य मार्ग से दिनभर वाहनों की आवाजाही रहती है। ऐसे में दुर्घटना की आशंका बढ़ गई है। सब्जी बेचने वाले लगातार प्रशासन से साप्ताहिक बाजार में दुकान लगाने की अनुमति मांग रहे हैं। इसके बाद भी अभी तक साप्ताहिक बाजार में सब्जी की दुकान लगाने की अनुमति नहीं मिली है। सब्जी बेचने वालों को ही साप्ताहिक बाजार में दुकानें नहीं लगाने दी जा रही है। जिससे मजबूरी में सड़क के किनारे दुकान लगाना पड़ रहा है। प्रशासन काे साप्ताहिक बाजार में दुकान लगाने की अनुमति देना चाहिए। जिससे सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए दुकानें लगाकर सब्जी बेच सकें.
इस तरह सब्जी व्यापार्रियों द्वारा मुख्य मार्ग पर अव्यवस्थित तरीके से दुकाने लगाने को लेकर प्रशासन व नगर प्रशासन पूरी तरह विफल नज़र आ रहा है क्योंकि नगर पालिका द्वारा भी इस ओर ध्यान नही दिया जा रहा है और उनकी निष्क्रियता से आने वाले समय पर बड़ी दुर्घटना होने की पूरी संभावना है.
बिगड़ रही ट्रैफिक व्यवस्था
मुख्य मार्ग के किनारे सब्जी बाजार लगने के साथ वाहन भी खड़े होने लगे हैं। जिससे नगर की ट्रैफिक व्यवस्था भी बिगड़ रही है। शहीद वीर नारायण चौक से जय स्तंभ चौक तक मुख्य मार्ग के किनारे दोपहिया वाहनों की कतार लगी रहती है। जिससे मार्ग से आमने-सामने से वाहन आने पर निकलने के लिए जगह नहीं बचती है। नवीन हायर सेकंडरी स्कूल के सामने सड़क के दोनों ओर सब्जी की दुकानें लगने और खरीदी करने वालों की भीड़ रहने से यहां भी वाहनों को निकलने में परेशानी होती है। इसके बाद भी प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है।