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नशे में चुर कर्मचारियों ने एक दिव्यांग बच्ची को अपनी हवस का शिकार बनाते हुए उसके साथ अनाचार किया और 5 बच्चियों के साथ जमकर छेड़छाड़ की।

घटना 22 सितंबर के रात 11 बजे की है जहां दो अस्थायी कर्मचारी नशे की हालत में दिव्यांग केंद्र पंहुचे और जमकर उत्पात मचाने लगे।घटना के दिन अधीक्षक केंद्र में नहीं थे और केयर टेकर कही बाहर थे।लिहाजा एक रसोइये और नशे में चुर चौकीदार के भरोसे दिव्यांग बच्चे थे।घटना के समय नशे में लिप्त दोनों अस्थायी कर्मचारियों ने पहले तो वहां रात्रि ड्यूटी में लगे रसोइये को उसके कमरे में बंद कर दिया और दिव्यांग बच्चियों को दौड़ाने लगे।इस दौरान बच्चियां अपने को बचाने के लिए परिसर में भागती रहीं।और नाली में भी गिरीं,कुछ के कपड़े फटे और कुछ बच्चियों को चोट भी लगी।

नशे में चुर कर्मचारियों ने एक दिव्यांग बच्ची को अपनी हवस का शिकार बनाते हुए उसके साथ अनाचार किया और 5 बच्चियों के साथ जमकर छेड़छाड़ की।

गौरतलब है कि यहां पदस्थ अधीक्षक कभी भी दिव्यांग केंद्र में नहीं रहते और केयर टेकर के भरोसे हॉस्टल संचालित होता है।

दिव्यांग बच्चों की भाषा समझने वाले प्रशिक्षित कर्मचारी यहां पदस्थ नहीं किए गए हैं।खनिज न्यास मद के अंतर्गत दिव्यांग बच्चों के उत्थान के लिए पूर्व कलेक्टर ने उक्त केंद्र की स्थापना की थी।जिसका संचालन राजीव गांधी शिक्षा मिशन द्वारा किया जाता है।

जब मामले की जानकारी विभाग के अधिकारियों को हुई तो आनन फानन में दोनों कर्मचारियों को हटा दिया गया और मामले में पर्दा डालने की कोशिश की गई।हांलाकि जिला कलेक्टर महादेव कावरे के संज्ञान में आते ही मामले में महिला पुलिस अधिकारी द्वारा गंभीरता से मामले की जाँच की गई और तत्काल 2 संदेहियों को हिरासत में लेकर