रेप मामले में कर्नल के खिलाफ जांच के आदेश, पीड़िता ने मुख्यमंत्री से की थी शिकायत
यूपी। सीओडी में तैनात कर्नल नीरज गहलौत को रेप का आरोप लगाकर फंसाने वाली रशियन महिला के खिलाफ लखनऊ पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। एक पोर्टल और यूट्यूब चैनल संचालक ने मुख्यमंत्री के जनसुनवाई पोर्टल पर रशियन महिला के खिलाफ गम्भीर आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई। जांच डीएम लखनऊ के यहां से पुलिस को ट्रांसफर हुई है। सीओ स्तर के अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं। 13 दिसंबर 2020 को कैंट थाने में कर्नल के खिलाफ रशियन महिला ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उसका आरोप था कि 10 दिसम्बर को कर्नल ने अपने मित्र को खाने पर आमंत्रित किया था। कर्नल और उनके दोस्त ने शराब पी। शराब पीने के बाद दोस्त बेहोश हो गए और कर्नल ने रशियन मूल की महिला के साथ रेप की घटना को अंजाम दिया। इस मामले में कैंट पुलिस ने कर्नल को जेल भेजा था।
रशियन महिला के खिलाफ पोर्टल और यूट्यूब चैनल संचालक विप्लव अवस्थी ने सीएम पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई। विप्लव ने बताया कि रशियन महिला सन 2015 से भारत में रह रही है। सन 2004 में उसने रूस में रहने वाले एक भारतीय डाक्टर से शादी की और स्पाउस वीजा पर भारत आ गई थी। जिस वीजा पर वह भारत आई, उसकी अवधि 2015 में समाप्त हो गई। लखनऊ में महिला के एक और व्यक्ति से संबंध हो गए। जिसके चलते डाक्टर पति ने सन 2016 में रामपुर की अदालत से संबंध विच्छेद के आदेश प्राप्त किए।
विप्लव ने आरोप लगाया है कि जिस व्यक्ति से रशियन महिला के अवैध संबंध हुए, उसने उसके फर्जी दस्तावेज तैयार कराकर अपनी पत्नी के तौर पर यहां रखा हुआ है जो राष्ट्र को खतरा है। तीन सितम्बर को उन्होंने मुख्यमंत्री के जनसुनवाई पोर्टल, पीएमओ, विदेश मंत्रालय समेत अन्य जगहों पर शिकायती पत्र भेजा था। जनसुनवाई पोर्टल से उन्हें पता लगा है कि शिकायत डीएम लखनऊ के पास गई थी, जिसके बाद वहां से सीओ रैंक के अधिकारी को ट्रांसफर कर दी गई है !!