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कोरबा : रेत घाट संचालक नहीं आ रहा हरकतों से बाज ,खनिज विभाग ने दे रखी है लूट की खुली छूट ,लोगों को तिगुनी कीमत पर मिल रही रेत

कार्यवाही से बचने रेत चोरी का निकाला नायाब तरीका ,रॉयल्टी पर्ची में शासकीय दर दर्ज,वसूल रहे दोगुना राशि

रेत घाट संचालक नहीं आ रहा हरकतों से बाज ,खनिज विभाग ने दे रखी है लूट की खुली छूट ,लोगों को तिगुनी कीमत पर मिल रही रेत

कोरबा : अवैध रेत उत्खनन एवं परिवहन पर लगाम लगाने संयुक्त दल द्वारा की जा रही छापामारी के बीच रेत घाट संचालकों ने अवैध रेत उत्खनन से लेकर उगाही का अनोखा तरीका ढूंढ निकाला है। पुलिस एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों की कार्रवाई से बचने पाली क्षेत्र से बाहर रेत परिवहन करने वाले ट्रेक्टर चालकों को रायल्टी पर्ची तो दे रहे हैं पर पर्ची में अंकित शुल्क से दबावपूर्वक दोगुना वसूल कर रहे हैं। नतीजन लोगों को आशियाना बनाने रेत तिगुनी कीमत पर मिल रही। खनिज विभाग के अफसरों के छूट की वजह से ठेकेदारों को लूट का लाइसेंस मिल गया है।

जिले में संचालित रेत घाटों में संचालकों के द्वारा जिला प्रशासन के नियम शर्तों की धज्जियां उड़ाकर मनमाने तरीके से रेत घाट का संचालन किया जा रहा है। न केवल अवैध तरीके से स्वीकृत स्थल से अन्य जगहों से रेत का उत्खनन किया जा रहा है वरन बिना रॉयल्टी पर्ची के मनमाने तरीके से पैसा वसूल कर घाटों का संचालन किया जा रहा है।पाली ब्लाक के पोंडी के लब्दापारा में रेत घाट के संचालन की उत्खनिका पट्टा का दुरुपयोग कर ठेकेदार द्वारा स्वीकृत स्थान खसरा नम्बर के अलावा पूरे ब्लाक के नदी से रेत उत्खनन कर बिना रॉयल्टी पर्ची के रेत की बिक्री कर रहा है। ठेकेदार ने अघोषित रूप से कई ग्राम पंचायतों मुनगाडीह ,करतली,नानपुलाली एवं धौरभांठा के नदी पर कब्जा जमा लिया है। और बिना पंचायत के प्रस्ताव ,प्रशासन के रेत उत्खनन की अनुमति के गौण खनिज का दोहन कर रहा है।इसके लिए फर्म ने बकायदा सभी गांवों में कमर्चारी भी लगा रखा है। जो बिना रॉयल्टी रेत परिवहन कराकर वसूली कर फर्म तक पहुंचाते हैं। भाटिया फर्म को पोंडी के लब्दापारा में रेत घाट आबंटित हुआ है।जिनके लिए नियम कानून कोई मायने नहीं रखते। गत वर्ष भी ठेकेदार कई पुल के पिल्लर के पास से अवैद्यानिक तरीके से रेत उत्खनन कर करोड़ों के पुल के बेस को कमजोर कर चुका है।पखवाड़े भर पूर्व नायब तहसीलदार दीपका वीरेन्द्र श्रीवास्तव ने ग्राम तिवरता नुनेरा के पास अवैद्यानिक तरीके से रेत परिवहन करते 3 सोल्ड ट्रैक्टर जब्त किया था। ट्रेक्टर चालक नुनेरा निवासी प्रवीण सिंह सिन्द्राम 25 दिन से तो अमोलदास ने एक सप्ताह से बिना रॉयल्टी पर्ची के रेत परिवहन करना स्वीकार किया था। ट्रेक्टर रविसाहू एवं जितेंद्र का होना स्वीकार किया था। नायब तहसीलदार वीरेन्द्र श्रीवास्तव ने सभी ट्रैक्टर जब्त कर दीपका पुलिस के सुपुर्द कर दिया था। मीडिया की खबर पर जिला प्रशासन ने संज्ञान लिया था । कलेक्टर ने रेत घाट संचालक द्वारा बिना रॉयल्टी रेत प्रदाय कर शासन को पहुंचाए जा रहे राजस्व क्षति पर नाराजगी जाहिर करते हुए खनिज एवं राजस्व विभाग को संयुक्त रूप से आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए थे।

एसडीएम के नेतृत्व में संयुक्त टीम गठित कर दी गई है। अनुविभागीय दण्डाधिकारी के नेतृत्व में तहसीलवार टीम गठित की गई है। इनमें संबंधित क्षेत्र के तहसीलदार ,नायब तहसीलदार एवं आरआई के साथ खनिज निरीक्षक शामिल हैं। लेकिन रेत चोरी से लेकर अवैध वसूली में माहिर ठेकेदारों ने अलग ही रास्ता ढूंढ निकाला है ।

रायल्टी पर्ची में शासकीय दर दर्ज वसूल रहे दोगुना

सूत्रों के अनुसार पाली से बाहर नुनेरा ,तिवरता जाने वाले ट्रेक्टर चालकों को रायल्टी पर्ची तो दे रहे पर उनसे तय शुल्क से दोगुना वसूली कर रहे। रायल्टी पर्ची में शासकीय निर्धारित शुल्क ही अंकित कर रहे । इस तरह प्रति ट्रेक्टर दोगुनी दर पर रेत उन्हें मिल रही। अब जब रेत सप्लायर को दोगुनी कीमत पर रेत मिल रही तो वो भी अधिक कीमत पर रेत बेचेगा ही। नतीजन लोगों को प्रति ट्रेक्टर रेत के लिए 2500 रुपए से अधिक देना पड़ रहा। बताया जा रहा है कि पाली क्षेत्र के अंदर अभी भी बिना रायल्टी पर्ची के अवैध रेत परिवहन जारी है। खनिज विभाग के अफसरों के छूट की वजह से ठेकेदारों को लूट का लाइसेंस मिल गया है।

पोंडी अनुविभाग में भी नहीं रुक रही रेत चोरी

पोंडी उपरोड़ा अनुविभाग में भी बैरा ,बांगों रेत घाट में खुलेआम अवैध रेत उत्खनन परिवहन का कार्य बदस्तूर जारी है। सूत्रों के अनुसार सत्तापक्ष के ही एक नेता के संरक्षण में यह अवैध कारोबार फल फूल रहा है। पोंडी में राजस्व खनिज विभाग की कोई कार्रवाई भी नजर नहीं आती। यही वजह है कि लोगों को जिले में आशियाना बनाने सस्ते दर पर रेत नहीं मिलते।