खैरागढ़ उपचुनाव : रमन सिंह ने खैरागढ़ को जिला बनाने की घोषणा पर मुख्यमंत्री से किया सवाल, पूछा- कहां हैं पहले घोषित किए गए चार जिले…
खैरागढ़ उपचुनाव : रमन सिंह ने खैरागढ़ को जिला बनाने की घोषणा पर मुख्यमंत्री से किया सवाल, पूछा- कहां हैं पहले घोषित किए गए चार जिले…
रायपुर: खैरागढ़ उप चुनाव के लिए कांग्रेस द्वारा घोषणा पत्र जारी किए जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने तंज कसा है. उन्होंने कहा कि देश के इतिहास में ये पहली बार होगा कि उप चुनाव के लिए मुख्यमंत्री घोषणा पत्र जारी कर रहे हैं. घोषणा पत्र एक बार जारी किया जाता है. लेकिन खैरागढ़ उप चुनाव के लिए 29 बिंदुओं का घोषणा पत्र जारी किया है. मुख्यमंत्री ने कहा है कि जीत के 24 घंटे के भीतर खैरागढ़ को ज़िला बनाने की बात कर रहे हैं. इससे पहले चार जिलो की घोषणा की थी, कहाँ है ये ज़िले?
राजधानी स्थित एकात्म परिसर में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि खैरागढ़ उपचुनाव में बीजेपी की सक्रियता, कार्यकर्ताओं का जनसंपर्क से जो वातावरण दिख रहा है. ये बताता है कि जनसमर्थन बीजेपी के पक्ष में है. कांग्रेस के कार्यकर्ता अपने मुख्यमंत्री से सवाल पूछ रहे हैं कि हम किन मुद्दों को लेकर जाएंगे. तीन साल से अधिक की सरकार में खैरागढ़ में विकास का एक काम नहीं हुआ. खैरागढ़ में जितना विकास दिख रहा है वह बीजेपी के कार्यकाल का है.
डॉ. रमन सिंह ने कहा कि बेरोज़गार युवाओं से किए वादों के 29 हज़ार 829 घंटे बीत गए. बेरोज़गार युवा पूछ रहा है कि बेरोजगारी भत्ता कहाँ है. एक युवा का 96 हज़ार रुपए बेरोजगारी भत्ता निकलता है. स्व देवव्रत सिंह की आदमक़द प्रतिमा का एलान मुख्यमंत्री ने किया लेकिन उनका लगातार अपमान होता रहा. क्षेत्र के विकास से जुड़ी माँगों को लेकर देवव्रत सिंह की चप्पल घिस गई, लेकिन उन्हें कभी सम्मान नहीं दिया.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को शराबबंदी के लिए झुकना पड़ेगा, अनियमित कर्मचारियों के नियमितिकरण के लिए झुकना पड़ेगा. जितने झूठे वादे करने हैं कर लें, लेकिन खैरागढ़ की स्वाभिमानी जनता कुछ भी भूलेगी नहीं. खैरागढ़ को ज़िला बनाने का एलान जनता को न्यूट्रालाइज करने के लिए भूपेश बघेल का राजनीतिक पासा है. खैरागढ़ में 70 विधायकों का जमावड़ा लगा दिया है. भूपेश बघेल अपनी डायरी में यदि एक से लेकर सौ तक कामों का ज़िक्र करेगी तो उसमें से 99 काम बीजेपी के किए होंगे.