पेन्ड्रा गौरेला मरवाही

मरवाही रेंजर दरोगा सिंह मराबी पर आखिर कब तक मेहरबान रहेगा वन विभाग ?

मरवाही रेंजर दरोगा सिंह मराबी पर आखिर कब तक मेहरबान रहेगा वन विभाग….

 

 

गौरेला पेंड्रा मरवाही: मरवाही वन परिक्षेत्र के रेंजर दरोगा सिंह जिनको पूर्व प्रभारी डीएफओ एवं वर्तमान एसडीओ संजय त्रिपाठी का एटीएम मशीन भी कहा जाता है क्योंकि विभागीय कर्मचारियों एवं आम लोगो के बीच ये चर्चा आम है कि रेंजर दरोगा सिंह संजय त्रिपाठी के बेहद खास है और शायद यही एक कारण है कि वन विभाग के सभी नियमों को ताक पर रखते हुए भी दरोगा सिंह अब तक मरवाही रेंजर बने हुए है

जबकि राज्य भर मे बड़े स्तर पर रेंजर बदले गए जिनमे मरवाही वन मण्डल के सभी वन परिक्षेत्र में रेंजर बदला जा चुका है लेकिन मरवाही वन परिक्षेत्र में अधिकारियों ने कोई फेर बदल नही किया हालांकि ये बात तो जग जाहिर है कि मरवाही परिक्षेत्र में ही दरोगा सिंह मराबी का इस्तेमाल करते हुए संजय त्रिपाठी के द्वारा जमकर भ्रष्टाचार किया जाता रहा है और संजय त्रिपाठी अपने भ्रष्टाचार को अंजाम देने के लिए ही दरोगा सिंह मराबी को मरवाही में रोकने का हर संभव प्रयास करते रहते है

तो क्या ये समझा जाए कि संजय त्रिपाठी वन विभाग में इतने शक्तिशाली बन चुके है की न अधिकारी न मंत्री कोई भी न उनका ट्रांसफर कर पा रहे न ही उनके कठपुतली रेंजर दरोगा सिंह मराबी को हटा पा रहे है शायद यही कारण है कि लगातार मरवाही में दरोगा सिंह के नाम पर संजय त्रिपाठी अपने काले कारनामे को अंजाम देते जा रहे ।। मुख्य वन संरक्षक एवं प्रधान मुख्य वन संरक्षक राकेश चतुर्वेदी से लेकर वन मंत्री तक इन भ्रष्ट कर्मचारियों पर कार्यवाही तो दूर इनके मनमानी तक को रोकने में असफल नजर आ रहे है…..