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Marwahi: लिपिक भूपेंद्र साहू पर आखिर कब तक मौन रहेगा वन विभाग. ?

लिपिक भूपेंद्र साहू पर आखिर कब तक मौन रहेगा वन विभाग

 

 

गौरेला पेंड्रा मरवाही: मरवाही वन मण्डल में एक लिपिक ऐसा है जिसके आगे वन मण्डल के डीएफओ,मुख्य वन संरक्षक, एवं पीसीसीएफ भी नतमस्तक नजर आने लगे है उस लिपिक का नाम है भूपेंद्र साहू हम ऐसा इसलिए कह रहे है क्योंकि लिपिक भूपेंद्र साहू द्वारा सालों से कैम्पा शाखा में रहते हुए जमकर भ्रष्टाचार किया गया उनके भ्रष्टाचार की पुष्टि इसी बात से होता है कि उनके साथी लिपिक द्वारा कैम्पा शाखा में भुगतान करने के एवज में मिलने वाले कमीशन की राशि के बँटवारे को लेकर हुए विवाद की बात सीधे वन मण्डल अधिकारी को लिखित रूप मे दे दिया गया ,लेकिन उस समय डीएफओ राकेश मिश्रा द्वारा इस बात को नजरअंदाज कर दिया गया क्योंकि मिश्रा स्वयं भ्रष्टाचार में डूबे हुए थे लेकिन उनके बाद भी किसी अधिकारी के द्वारा साहू पर कोई कार्यवाही न करना समझ से परे है।

क्योंकि विभागीय अधिकारियों/कर्मचारियों के द्वारा यह भी बताया गया की भूपेंद्र साहू के द्वारा एक ही कार्य का बाउचर दो बार मंगा लिया जाता है और अतिरिक्त राशि का आहरण कर लिया जाता है भूपेंद्र साहू के सभी काले कारनामों की लिखित शिकायत वर्तमान डीएफओ दिनेश पटेल से लिखित रूप में भी किया गया है लेकिन अब तक साहू के खिलाफ डीएफओ के द्वारा न ही कोई जाँच हो सका न ही उनको कैम्पा शाखा से अब तक हटाया गया ऐसे में साहू पर कार्यवाही की बात सोचना भी खुद के साथ धोखा है लेकिन अब इन सभी बातों को देखते हुए एक बड़ा सवाल यह उठता है कि आखिर भूपेंद्र साहू को किसका संरक्षण प्राप्त है या फिर कही ऐसा तो नही की साहू के द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार में विभाग के बाकी के उच्चाधिकारियों की भी मौन सहमति है..अब देखना होगा कि आखिर कब तक भूपेंद्र साहू को उच्चाधिकारियों के द्वारा विभागीय संरक्षण प्रदान किया जाता रहेगा ।