कानून के पहरेदार ही भ्र्ष्टाचार में लिप्त, पाबंदी के बाद बंदी मुलाकात के लिए परिजनों से मांगे जा रहे रुपये
कोरबा(CGNEWS365.COM)/ 03 फरवरी 2022- जहाँ क़ानून तोड़ने वालों को कैद कर रखा जाता है उसी जेल में बंदियो की पहरेदारी करने वाले कानून के रखवाले ही नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। जेल में किस तरह भ्र्ष्टाचार की जड़ें मजबूत हैं इसकी दास्तां हम आपको बता रहे हैं। छत्तीसगढ़ कोरबा के उप जेल में पाबंदी के बाद बंदियों से मुलाकात के लिए रेट फिक्स कर रखे हैं। प्रहरी प्रत्येक बंदी के परिजनों से 1500 से 2 हजार रुपए की डिमांड करते हैं।
हम आपको जो खबर दिखा रहे हैं वो आश्चर्यचकित करने वाला है। ये सनसनीखेज मामला है छत्तीसगढ़ कोरबा के कटघोरा उप जेल का जहाँ कोरोना कॉल में सख़्त पाबंदियों के बावजूद जेल कर्मियों द्वारा परिजनों से बंदियों की मुलाकात कराई जा रही है। मुलाकात कराए जाने के एवज में जेल कर्मी परिजनों से मोटी रकम की खुलेआम मांग कर रहा है। मुलाकात कराने के लिए रिश्वत के लालच में कर्मी परिजनों के मोबाइल नम्बर पर बंदी से हस्ताक्षर करा लेटर व्हाट्सएप करता है इसके बाद फोन कर चर्चा की जाती है कि अभी कोरोना कॉल में मुलाकात बंद है फिर भी मैं मुलाकात करा सकता हूँ इसके लिए आपको 2 हजार से 15 सौ रुपये मुझे देने होंगे। इस तरह की चर्चा कर परिजनों को बुलाकर उनसे पैसे वसूले जाते हैं।
जब इस बात की जानकारी CGNEWS365.COM को हुई तो हमारी टीम परिजनों के साथ उप जेल कटघोरा पहुंची। यहाँ पहुंचकर खुलेआम रिश्वतखोरी का जो नज़ारा देखा तो हम भी हैरान रह गए। हमने देखा कि हमारे साथ पहुँचे परिजन के साथ ही अन्य परिजनों से भी जेल में पदस्थ महेश्वरी बाबा के द्वारा मुलाकात कराने के लिए पैसों की मांग की जा रही थी। मांग भी 50/100 रुपयों की नही बल्कि 1500 से 2000 की थी। कोरोना कॉल के नियमो से अंजान जांजगीर चांम्पा से पहुंचे कुछ लोगों ने अधिक रकम नही होने पर महेश्वरी बाबा से विनती करते हुए कहा कि बाबा आपकी डिमांड को थोड़ा कम कर दो इस पर महेश्वरी ने कहा कि मिलना है तो 1500 रुपये देने होंगे अन्यथा मुलाकात नही हो पाएगी। बाबा की बड़ी डिमांड सुनकर परिजन उल्टे पांव वापस लौट गए।
हमारी टीम जिस परिजन के साथ पहुंची थी उनसे भी महेश्वरी द्वारा 1500 रुपये मांग की। मोटी रकम की मांग सुनकर उनसे विनती करते हुए हांथ पाँव जोड़कर मिन्नतें की गई फिर भी ओ अपनी ज़िद पर अड़े रहे। उप जेल में चल रहे भ्रष्टाचार के इस पूरे घटनाक्रम को हमने स्टिंग ऑपरेशन के जरिये कैमरे में कैद कर लिया जिसे हम अपने न्यूज़ पोर्टल के माध्यम से आपको दिखा रहे हैं। जेल में रहने वाले बंदियों के परिजन डिप्रेशन में रहते हैं ऊपर से जेल कर्मी के द्वारा मुलाकात के लिए पैसों की मांग कर उनके ज़ख्म पर नमक रगड़ने का काम कर रहे हैं। कानून की आड़ में रिश्वतखोरी कर भ्र्ष्टाचार को बढ़ावा देने वाले ऐसे लोगों पर कड़ी कार्यवाई की जानी चाहिए।
इस संबंध में जब हमने यहां के जेलर
श्याम लाल जांगड़े का पक्ष दुरभाष के माध्यम से जानना चाहा तो उनका कहना था कि पैसे की शिकवा शिकायत नहीं है समाचार मत लगाइये जेल की छोटी मोटी नौकरी है कभी आइए बैठते हैं चाय में
संतोष दीवान- 8319498938