आइये जानें हम भारतीयों के लिए क्यों खास है आज 3 दिसम्बर का दिन..!
आइये जानें हम भारतीयों के लिए क्यों खास है आज 3 दिसम्बर का दिन..!
वैसे तो साल के 365 दिन में से हर एक दिन का कोई न कोई अपना महत्त्व होता है…
परंतु 3 दिसम्बर हम भारतीयो के लिए इन प्रमुख घटनाओ की वजह से बेहद मायने रखता है..
पहला तो आज ही के दिन भारत के प्रथम राष्ट्रपति एवं महान स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी डॉ राजेन्द्र प्रसाद जी की जन्म तिथी है। डाक्टर राजेद्र प्रसाद ऐसे विराट व्यक्तित्व वाले इंसान थे,जिनके विषय मे शब्दों से कुछ भी लिखा जाना किसी के लिए भी सम्भव नही है।। सिर्फ इतना जान लीजिए कि आप न केवल एक उच्च कोटि के शिक्षा विद थे,बल्कि गांधीवादी विचार धारा के प्रबल समर्थक और महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भी थे। आपने अपने सफलतम राजनीतिक जीवन में जो आदर्श स्थापित किया था उसका आज भी कहीं कोई मुकाबला कहीं देंखने को नही मिलता है। भारत रत्न और बहुमुखी प्रतिभा के धनी डाक्टर साहब अपने समय के जाने माने साहित्यकार भी थे। डाक्टर राजेन्द्र बाबू ने साहित्य साधना के दौरान अपनी आत्मकथा (१९४६) के अतिरिक्त कई पुस्तकें भी लिखी थीं,जिनमें *बापू के कदमों में बाबू (१९५४), इण्डिया डिवाइडेड (१९४६), सत्याग्रह ऐट चम्पारण (१९२२), गान्धीजी की देन, भारतीय संस्कृति व खादी का अर्थशास्त्र* इत्यादि उल्लेखनीय किताबें हैं।
वहीं आज देश के सबसे युवा क्रांतिकारी अमर शहीद खुदीराम बोस जी का भी जन्मदिवस है.आइये उन्हें भी याद करते हुए उनकी जयंती पर हम उन्हें सादर श्रद्धांजलि अर्पित करें।। इस युवा क्रांतिकारी का जिक्र किये बिना *भारतीय स्वतंत्रता संग्राम* के विषय में बात करना भी बेमानी है।।इधर हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले विश्व विख्यात खिलाड़ी मेजर ध्यान चन्द जी का आज के ही दिन दुःखद देहान्त हुआ था..कहा जाता है कि मेजर साहब की हॉकी के खेल में निपुणता देखकर लोग कहते थे कि हॉकी की स्टिक और मेजर साहब दोनों एक-दूसरे के लिए ही बने हैं।।
मेजर साहब को सादर श्रद्धांजलि देते हुए…
आगे की दो अन्य प्रमुख घटना जो आज ही के दिन घटी थी का जिक्र करें।। जिनमें *पहला 3 दिसम्बर 1971 का भारत पाकिस्तान युद्ध और बांग्लादेश का उदय आज ही के दिन प्रारम्भ हुआ था*. भारतीय युद्ध इतिहास में सन 1971 की लड़ाई दो मोर्चों में लड़ी जाने वाली एक बड़ी लड़ाई के रूप में दर्ज है। भारतीय सेना के द्वारा इस युद्ध में अर्जित की गई सफलता ने दुनिया भर में भारतीय सेना के रण- कौशल का लोहा मनवाया था।
वही दूसरी बड़ी घटना जो विश्व की सबसे भीषणतम मानवीय दुर्घटनाओं में से एक है, भोपाल गैस कांड त्रासदी जो आज ही के दिन *3/दिसम्बर/1984 को घटित हुई थी। इस हादसे में एक साथ करीब 5500 लोग मारे गए थे और इतनी ही संख्या में लोग घायल भी हुए थे।। इसके अलावा 5 लाख लोग प्रभावित् हुए थे.* शायद इन्ही घटनाओं की वजह से हम हिन्दुस्तानियों के लिए 3 दिसम्बर का दिन विशेष महत्व रखता है…अतः डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद और महान युवा क्रांतिकारी अमर शहीद खुदीराम बोस जी जयंती पर उन्हें *हम कृतज्ञ देशवासियों की तरफ से सादर कोटि-कोटि नमन….
भारत-पाकिस्तान (बांग्ला देश) युद्ध 1971के शहीदों सहित भोपाल गैस कांड त्रासदी के शिकार निर्दोष मृत नागरिकों को विनम्र-श्रद्धांजलि
नितिन सिन्हा✒️से..