एसडीओ संजय त्रिपाठी व दरोगा सिंह मराबी पर कार्यवाही करने से आखिर क्यों कांप रहे CCF राजेश चंदेले के हाथ.
एसडीओ संजय त्रिपाठी व उनके एटीएम दरोगा सिंह मराबी पर कार्यवाही करने से आखिर क्यों कांप रहे CCF राजेश चंदेले के हाथ.
GPM; वन मण्डल मरवाही में डीएफओ दिनेश पटेल के आने से लोगो मे एक उम्मीद जगी थी कि शायद अब मरवाही वन मण्डल से भ्रष्टाचार के कीड़े को पूरे तरीके से साफ कर दिया जायेगा और कुछ हद तक डीएफओ पटेल लोगो के भरोसे पर खरे भी उतरे हाल ही में डीएफओ द्वारा लिपिक परमेश्वर गुर्जर के खिलाफ हुई शिकायत पर संज्ञान लेते हुए जाँच उपरांत उनको बर्खास्त भी कर दिया गया वही दिनेश पटेल के द्वारा लगातार शिकायतों के बाद मरवाही प्रभारी रेंजर दरोगा सिंह को हटाने सीसीएफ को पत्र प्रेषित किया गया था परंतु डीएफओ के पत्र को दरकिनार कर सीसीएफ राजेश चंदेले द्वारा आज तक दरोगा सिंह मराबी एवं पेंड्रा संजय त्रिपाठी के ऊपर आज तक न ही कोई जाँच किया गया न ही कोई कार्यवाही किया गया..जिससे की सीसीएफ के कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे है.. लिपिक परमेश्वर गुर्जर पर हुए कार्यवाही से लोगो के मन में अब ये सवाल उठने लगा है कि सीसीएफ राजेश चंदेले द्वारा आखिर दरोगा सिंह एवं एसडीओ त्रिपाठी पर इतनी मेहरबानी क्यों दरोगा सिंह पर जाँच कार्यवाही तो दूर उनको रेंजर के प्रभार से भी नही हटाया गया जबकि वन विभाग के नियमो के विरुद्ध दरोगा सिंह को रेंजर का प्रभार दिया गया है बावजूद इसके CCF पटेल के हाँथ दरोगा सिंह पर कार्यवाही करने से आखिर क्यों कांप रहे कंही दरोगा सिंह और उनके संरक्षक SDO संजय त्रिपाठी का रसूख तो CCF के डर का कारण नही या फिर उच्चाधिकारियों(PCCF) का दबाव जो को कार्यवाही से रोक रहे या अन्य अधिकारियों की तरह CCF राजेश चंदेले भी संजय त्रिपाठी और दरोगा सिंह के भ्रष्टाचार का हिस्सा तो नही बन गए हालांकि मुख्यमंत्री के आने के पहले इस तरह की कार्यवाही होने से ऐसा उम्मीद जताया जा रहा है कि वन विभाग में हो रहे भर्रा साही के संबंध में सवाल मुख्यमंत्री के समक्ष तो जरूर उठेंगें…!!