*कम उम्र में पत्रकारिता को समर्पित अजय तिवारी*
*कम उम्र में पत्रकारिता को समर्पित अजय तिवारी*
पत्रकारिता को समर्पित पत्रकार दिन भर खबर के पीछे भागते नजर आता है।
लोगों की समस्या को लेकर सामने आना प्रशासन से नेताओं से पुलिस अधिकारियों से निर्भीक हो कर के बात करना यह सीधे तौर पर कहें तो समाज का चौथा स्तंभ कहीं जाने वाले पत्रकार अपना पूरा जीवन पत्रकारिता को समर्पित करते हैं।
गांव से लेकर शहर तक कि सारी समस्या को सुन समझ के अपने कलम की ज़ोर से समस्या को अधिकारियों तक पहुंचना ये पत्रकारों को जिम्मेदारी बनाई गई है।
ऐसे ही एक पत्रकार अजय तिवारी ने बहुत ही कम उम्र में ही आम जनों की सेवा के लिए पत्रकारिता का काम करते नजर आते हैं।
कड़ी मेहनत और लगन से आम लोगों की समस्या को निर्भीकता से अपने समाचार में प्रस्तुत करते है।
गांव वालों के भी लोगों को पत्रकारों से बहुत ही ज्यादा उम्मीद होने लगती है और एक उम्मीद से बंधी होती है कि हमारी समस्याओं को केवल पत्रकार ही आगे पहुंचा सकते हैं।
और इसी उम्मीद में अजय तिवारी कार्यमन भाव से अपने कार्य को किए जा रहे है।
समाज में पत्रकार ही सब की प्रशंसा करते नजर आता है लेकिन समाज को भी एक अच्छे दबंग पत्रकारों को भी सम्मान दिया जाना चाहिए।