4 राज्यों में विदेश से लौटे 30 लोग निकले कोरोना पॉजिटिव, अब मंडराया नए वेरिएंट का खतरा
दुनिया के कई मुल्कों में कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वैरिेएंट से संक्रमित मरीज मिल रहे हैं। ओमिक्रॉन ने भारत में भी चिंता बढ़ा दी है। इस बीच उच्च खतरे वाले देशों से आए करीब 30 यात्री कोविड-19 पॉजिटिव मिले हैं। कुल चार राज्यों में यह 30 यात्री कोरोना वायरस से संक्रमित मिले हैं। इन यात्रियों के स्वैब के नमूने जीनोम अनुक्रमण के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा मान्यता प्राप्त लैबों में आगे की जांच के लिए भेज गये हैं। इस जांच से पता चलेगा कि इनमें से कोई यात्री कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से संक्रमित है अथवा नहीं? अधिकारियों ने बताया कि इनमें से ज्यादातर यात्री अधिक खतरे वाले अफ्रीकी देशों की यात्रा से लौटे हैं। इनमें से राजस्थान, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के 9 यात्री हैं। इसके अलावा तमिलनाडु के 2 यात्री और गुजरात के 1 यात्री शामिल हैं। इन राज्यों के अधिकारियों के मुताबिक इनमें से ज्यादा असिम्टोमैटिक हैं और इनमें कोविड के बहुत कम लक्षण मिले हैं। इन सभी यात्रियों के कॉन्टैक्ट ट्रैकिंग का काम शुरू हो चुका हैं
ओमिक्रॉन वैरिएंट का पहला केस गुरुवार को कर्नाटक के बेंगलुरू शहर में मिला है। इनमें से एक यात्री ने 27 नवंबर को साउथ अफ्रीका से दुबई की यात्रा की थी और उसने स्थानीय अथॉरिटी को इस संबंध में जानकारी भी नहीं दी थी। इस वैरिएंट से संक्रमित दूसरे शख्स एक चिकित्सक हैं। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इनके कॉन्टैक्ट ट्रैकिंग पर काम किया जा रहा है। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपो ने बताया कि 28 लोगों के स्वैब के नमूने जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजे गए हैं। यह सभी पिछले एक महीने के दौरान हाई-रिस्क वाले देशों से आए थे। इनमें से 9 लोग कोरोना पॉजिटिव भी मिले हैं। उन्होंने कहा, ‘हम अभी इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या वो ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित हैं।’ उन्होंने बताया कि 10 नवंबर से 30 नवंबर के बीच 2,868 यात्री विभिन्न देशों से राज्य में आए। इनमें से 485 लोगों की जांच की गई है।
जयपुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी नरोत्तम शर्मा ने कहा कि एक परिवार के 9 सदस्यों कोविड-19 से संक्रमित पाए गए हैं। इनमें से 4 लोग साउथ अफ्रीका से लौटे थे। इन सभी लोगों को क्वारन्टाइन किया गया है और नमूनों को आगे की जांच के लिए भेजा गया है। उन्होंने बताया कि यह सभी लोग सीकर जिले में स्थित अपने घर आए थे। दिल्ली में करीब एक हफ्ते पहले एक शादी में इन्हें शामिल होना था। नरोत्तम शर्मा ने बताया कि उन्होंने दिल्ली सरकार को इन केसों के बारे में सूचना दी है और दूल्हन का परिवार दिल्ली का ही रहने वाला है। नरोत्तम शर्मा ने कहा कि जब 25 नवंबर को चार लोग साउथ अफ्रीका से यहां पहुंचे थे तब हमने उनका कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग शुरू किया था। इसके बाद गुरुवार को 71 साल के शख्स पॉजिटिव मिलें। उनके परिवार के 14 सदस्यों के नमूने (जिनमें अफ्रीका से आए 4 लोग भी शामिल हैं) लिए गए । इनमें से 5 लोगों को छोड़कर सभी लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उन्होंने बताया कि 9 लोगों को राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस (आरयूएचएस) में भर्ती कराया गया है। अभी पूरे राजस्थान में कोरोना के 213 सक्रिय केस हैं।
इधर उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से बताया है कि कुल 9 विदेशी कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए हैं। इनमें एक 13 साल का बच्चा भी शामिल है। इन सभी ने मथुरा जिले के वृंदावन में स्थित एक आश्रम का दौरा किया था। एक अधिकारी ने बताया कि इनमें से तीन लोग भारत छोड़ कर चले गए हैं। बाकी अन्य लोग अभी वृंदावन आश्रम में क्वारन्टाइन में हैं। यह सभी नवंबर-मध्य में भारत पहुंचे थे। उत्तर प्रदेश के उप-मुख्य चिकित्सीय अधिकारी, डॉक्टर मिलिंद वर्धहान ने बताया कि बीते तीन दिनों के अंदर करीब 125 यात्री चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर उतरे लेकिन उनके बारे में कुछ भी पता नहीं चल सका है।
तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री एम सुब्रमण्यम ने पत्रकारों को जानकारी दी है कि शुक्रवार की सुबह उच्च-खतरे वाले देश से यहां पहुंचे दो यात्रियों की कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनके नमूने भी आगे की जांच के लिए भेजे गये हैं। इनमें 10 साल का एक बच्चा शामिल है जिसने यूके से चेन्नई की यात्रा की और 56 साल के एक शख्स जिन्होंने सिंगापुर से त्रिची की यात्रा की है वो भी कोरोना से संक्रमित मिले हैं। गुजरात में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने बाताय कि साउथ अफ्रीका से आने वाले सूरत के एक नागरिक को कोविड-19 पॉजिटिव पाया गया है। उसे स्वैब के नमूने को जांच के लिए भेजा गया है। इससे यह पता चल सकेगा कि वो कोरोना के किस वैरिएंट से संक्रमित है। बिहार में बीते दिनों के दौरान करीब 3000 यात्री विदेश से एयरपोर्ट पर उतरे। यहां स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि केंद्र सरकार ने उन्हें 4200 ऐसे लोगों की सूची सौंपी है जो पिछले महीने विदेश से यात्रा कर राज्य में पहुंचे हैं। इन सभी लोगों से संपर्क करने की कोशिश की जा रही है। इसी तरह बिहार, यूपी, ओडिशा और कर्नाटक समेत अन्य कई राज्यों में उन यात्रियों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है जो उन 11 उच्च-खतरे वाले देशों की यात्रा कर वापस आए हैं जहां ओमिक्रॉन वैरिएंट का प्रभाव ज्यादा है। खासकर साउथ अफ्रीका से आने वाले यात्रियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। कर्नाटक में पुलिस उन 57 साउथ अफ्रीकी छात्रों की तलाश कर रही है जो पिछले एक महीने के दौरान यहां आए थे और अब उनका मोबाइल नंबर स्विच ऑफ है !